अमित शर्मा,पंचकूला .इसे पंचकूला पुलिस की शर्मनाक ड्यूटी, गश्त या मुस्तैदी ही कहंेगे क्योंकि शहर में रोजाना हो रही चोरियों को खुद तो रोक नहीं पा रहे हैं, वहीं जब किसी नागरिक ने ऐसा किया, तो उसे गाेली मार दी गई। यही नहीं, सवाल उस समय खडे हो गए, जब गोली मारने के बाद आरोपी पुलिस की गाड़ी को टक्कर मारकर शहर के बीचों बीच से फरार भी हो गए। जबकि पंचकूला
पुलिस ने ऐसा होता देखकर न तो नाकाबंदी करवाई और न ही उनका पीछा किया। ऐसे में चोरी रोकने वाले एंबुलेंस ऑपरेटर रोहित नैन को गोली लगने के कारण पीजीआई में एडमिट करवाया गया है। जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। असल में सेक्टर 6 जनरल अस्पताल के एंबुलेंस कंट्रोल रूम में तैनात ऑपरेटर रोहित नैन यहां सेक्टर 12ए रैली स्थित चौधरी कॉप्लेक्स में रेंट पर रहता है।
बुधवार रात करीब 12.10 मिनट पर वो यहां बाइक से आया था। इस दौरान जब वो फर्स्ट फ्लौर पर अपने दोस्त नवनीत के साथ खडा होकर बात कर रहा था, तो यहां दो युवक बाइक को चोरी करने लगे थे। इस पर उसे पकड़नेे के लिए वे नीचे आए थे। ज्ञातव्य है कि कैथल निवासी घायल रोहित पंचकूला में किराए के मकान में रहता है।
उसके पिता हरियाणा पुलिस में बतौर सब इंस्पेक्टर तैनात है। गोली लगने के बाद रोहित को वीरवार तड़के पीजीआई लाया गया था । ऑपरेशन के बाद रोहित को आईसीयू में शिफ्ट कर दिया गया। ऑपरेशन में रोहित के शरीर में कोई गोली नहीं निकली है।
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- पहला फायर नवनीत पर किया, जो गोली नवनीत के कान के पास से गुजरी और वह घबराकर नीचे गिर गया।
- इसके बाद रोहित पर गोली को तान दिया गया और उसके पेट में गोली लगने से वो भी नीचे गिर गया।
- इसके बाद आरोपी बाइक को बीच में छोड़कर अपने साथी के साथ गाड़ी में बैठकर भागने लगा। नवनीत खडा हुआ और शोर मचाने लगा तो इतने में रोहित का भाई दिनेश भी आ गया और लोग अपने घरों के बाहर आ गए।
- इसी दौरान आरोपी ने डराने के लिए एक फायर किया, लेकिन इस पर नवनीत और दिनेश ने उसकी गाड़ी पर पत्थर मारने शुरू कर दिए। इसके बाद उसने गाड़ी को सार्थक स्कूल की ओर भगा लिया।
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बाद में आरोपी गाडी को लेकर तेज स्पीड में फरार हो गए। वो यहां से सेक्टर 12ए14 की डिवाइडिंग से होते हुए, सेक्टर 12 ए/इंडस्ट्रियल एरिया की डिवाइडिंग पर पहंुचे। इसके बाद यहां से सेक्टर 20 की लाइट प्वाइंट से होते हुए जीरकपुर की ओर फरार हो गए। माना जा रहा है कि वे आस पास ही छिपे हैं।
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पंचकूला में 56 सीसीटीवी कैमरों को लगाया गया था, इसके बाद यहां सेक्टर 14 पुलिस थाने में कंट्रोल रूम को भी बनाया गया है। ऐसे में यहां 56 सीसीटीवी कैमरों से बाहरी बाउंड्री एरिया के कैमरे नहीं चल रहे हैं। जबकि नए कैमरों को अभी लगाया जा रहा है। इसके लिए अभी कुछ और महीनों का समय लगेगा। इस दौरान शहर में 200 से ज्यादा कैमरों को लगाया जा रहा है। इस पर निगम की ओर से करीब 20 करोड़ से ज्यादा रुपए खर्च किया जा रहा है।
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- रोहित ने 12 बजकर 20 मिनट पर पुलिस कंट्रोल रूम में कॉल करके घटना के बारे में जानकारी दी थी।
- 12 बजकर 29 मिनट पर ये वारदात हो गई ।
- इसके बाद 12बजकर 33 मिनट पर यहां एसएचओ 14 की गाड़ी यहां गश्त करने के लिए आई और उनकी गाड़ी को टक्कर भी लगी।
- भास्कर के सर्वे के अनुसार रैली से लेकर बलटाना लाइट प्वांइट, जाे पंचकूला का बॉर्डर एरिया है, उसकी दूरी 4.8 किलाेमीटर पडती है। लेट नाइट ट्रैफिक न होने के दौरान गाडी रैली से यहां 6 मिनट में पहुंच सकती है। ऐसे में पुलिस को रात 12बजकर 28 मिनट पर मैसेज मिला तो सवाल यह बनता है कि सिस्टम इतना स्लो क्यों है?
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हम तो बस चोरी को रोकना चाहते थे, इस लिए ही ऊपर से नीचे आए थे। रोहित ने मुझे कहा ये दो लोग चोर है, क्योंकि अपनी ही बाइक को कोई क्यों बंद कर पैदल धक्का लगाकर ले जाएगा। इसके बाद हमने उसका पीछा किया। रोहित ने कहा, ऐसा करते हंै कि इस बारे में पुलिस को कॉल कर देते हैं, जब तक पुलिस आएगी, हम इन्हें पकड़ लेते हैं। इतने में एक युवक दौड़कर एक गाडी के पास गया, तो जो बाइक ले जा रहा था हमने उसे रोक लिया, पूछा कहां रहते हो, यहां क्या करने आए हो।
तुम तो चोर लगते हो, तभी बाइक को लेकर जा रहे हो। ऐसा बोलते ही वह चिढ़ गया और अपने पीछे से बंदूक को निकालते ही हम पर तान दिया। उसके बाद पहला फायर मेरे कान के पास से गुजर गया, कान दिमाग सब कुछ सन्न हो गया और मैं नीचे गिर गया। इसके बाद उसने रोहित पर गोली चलाई जो उसके पेट के पास लगी, तो वो भी गिर गया। उसके बाद एक और फायर किया, और भागने लगा। तभी मैंने देखा कि मुझे गोली नहीं लगी है, बल्कि रोहित को लगी है। शोर मचाया, अावाजें लगाई, लोग बाहर भी अाए, लेकिन कोई सामने नहीं आया मदद के लिए। मेरे साथ दिनेश आ गया, और गाडी पर हमने पत्थर मारे, उसे रोकना चाहा। लेकिन तभी पुलिस की गाडी सामने से अाई, तो इन लोगों ने अपनी महिंद्र की क्वैंटो गाडी को बैक किया। कई गाडियों को टक्कर मारी। पुलिस की गाडी को भी टक्कर मारी और पुलिस के सामने ही भाग गए।
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पुलिस इसे सिर्फ चोरी की वारदात के नजरिए से नहीं देख रही है, क्योंकि ये रंजिश का मामला भी हो सकता है। वो इसलिए, क्याेंकि चौंकाने वाली बात यह है कि चोर गाड़ी में आए, जो एक पुराने पल्सर बाइक को लेकर जा रहे थे। ऐसे में कोई चोर पुराना बाइक ही क्यों चोरी करेगा। हां, करना भी है, तो उसे किसी और मार्केट या आसान जगह से किया जा सकता है। क्योंकि जहां बाइक पार्क होती है, वो काफी हलचल और तंग एरिया है।
- पुलिस को शक है कि कहीं रोहित की किसी से कोई रंजिश तो नहीं, क्योंकि इनपुट्स मिले हंै कि रोहित को कुछ सप्ताह पहले ही जान से मारने की धमकी भी मिली थी। यह धमकी रोहित की एक महिला मित्र के पति ने दी थी।
- नॉर्मल चोर पिस्टल, रिवाॅल्वर पास नहीं रखता है। कहीं ये पूरी कहानी कुछ और तो नहीं है, इसलिए नवनीत के बयानों के बाद अभी रोहित के बयानों को लिया जाएगा। इसके बाद उसका मिलान भी किया जाएगा।
- गाड़ी की नंबर प्लेट पर ग्रीस को लगाया गया था। आसपास के एक सीसीटीवी कैमरे में कुछ हल्की सी झलक दिखाई दे रही है, लेकिन निगम के किसी भी कैमरे में कोई भी सुराग नहीं आया है।
- वारदात को अंजाम देने वाले पंचकूला, बलटाना या जीरकपुर में हो सकते हैं, क्योंकि ये गाड़ी बुधवार को 12बजे के बाद न तो राजपुरा टोल प्लाजा से गुजरी है और न ही लालडू टोल प्लाजा से। पंचकूला पुलिस जीरकपुर पुलिस से कॉन्टेक्ट कर रही है, ताकि सीसीटीवी कैमरों की डिटेल ली जाए।