मोहाली . पंचकूला में आइडिया कंपनी में बतौर एजीएम काम करने वाले 38 साल के माधव चतुर्वेदी की वीरवार रात कार में जलने से मौत हो गई थी। जब वे रात 11 बजे अपने घर निकले थे तो कार का हीटर ऑन कर लिया था। शीशे बंद थे, इस कारण सफोगेशन हो गई थी। इसी दौरान आई-10 कार के इंजन से आग की लपटें निकलने लगीं और माधव घबरा गए।
उन्होंने घबराहट में गाड़ी रोककर बाहर निकलने के बजाय हैंडब्रेक लगाई, जिससे कार घूम गई और िस्कड करते हुए झाड़ियों में उतर गई। तभी एक दम से आग ज्यादा भड़क गई। माधव ने सीट बेल्ट लगाई हुई थी, उसने निकलने का प्रयास किया, लेकिन इससे पहले ही वह आग की लपटों से घिर गया। राजिंदा मेडिकल हाॅस्पिटल में डॉक्टर दीपक कुमार, डॉ. गुरविंदर सिंह व एक अन्य डॉक्टर ने पोस्टमार्टम किया। इन्वेस्टिगेशन ऑफिसर सब-इंस्पेक्टर वरमा सिंह ने बताया कि शव पोस्टमाॅर्टम के बाद घरवालों को सौंप दिया है। पुलिस ने सीआरपीसी 174 के तहत अभी तक कार्रवाई की है।
यह हुआ माधव के साथ :गाड़ी स्पीड में थी। हीटर के कारण हुई सफोगेेशन और गाड़ी से निकल रहे धुंए ने माधव को बेहोशी की हालत में कर दिया। वह अचेत अवस्था में था। उसे दिखाई सब कुछ दे रहा था, लेकिन दिमाग ने काम करना बंद कर दिया था। कार में आग लगी तो माधव ने हैंडब्रेक लगा दी। इससे गाड़ी सड़क से खदान में उतर गई। इसके बाद कार में आग लग गई। सीट बेल्ट खोलने का भी समय नहीं मिला, जिस माधव अंदर ही जल गया।
कब-कब लगी कार में आग : 19 मई को सेक्टर 27 में पंचकूला के रहने वाले अंकित की होंडा सिटी कार में आग लग गई थी। कार को नुकसान हो गया था। अंकित समय रहते कार से बाहर निकल गए।
- 12 दिसंबर को सेक्टर 24-25 लाइट प्वाइंट पर कार में आग लग गई। आग देर रात लगी। कार का मालिक समय रहते कार से बाहर निकल गया था। वहीं आग के कारण कार का नुकसान हो गया।
- 13 जून को सेक्टर 25-38 डिवाइडिंग रोड पर कार में आग लग गई। घटना के समय कार में एक परिवार मौजूद था जो कि सेक्टर 25-38 लाइट प्वाइंट से दैनिक भास्कर चौक की तरफ जा रहा था। इसी दौरान कार के बोनट से धुआं निकला और सभी घरवाले कार से बाहर आ गए। आग लगने के कारण कार के इंजन का नुकसान हो गया।
इसलिए लगती है आग
- कई बार परफ्यूम की बॉटल या गैस से संबंधित लिक्विड डैशबोर्ड पर रखा होता है। ब्लोअर से हीट ज्यादा होने के कारण आग लग जाती है।
- गाड़ी में बाहर से म्यूजिक सिस्टम या अन्य कोई इलेक्ट्रिक चीज लगवाते हैं। वायरिंग ठीक न होने की वजह से शॉर्ट-सर्किट हो जाता है।
- पेट्रोल या डीजल की पाइप लीक से भी ब्लोअर चलने पर गाड़ी गर्म हो जाती है। इससे आग लग जाती है।
क्या करें…एसेसरीज कंपनी फिटेड होनी चाहिए। डेशबोर्ड के नीचे एलईडी लाइट्स नहीं लगवानी चाहिए। लोग बाहर से ज्यादा वॉलटेज और आवाज वाले हॉर्न लगवा लेते हैं। इससे वायरिंग पर लोड पड़ने की वजह से आग लग जाती है। चलती कार में इंजन से धुआं निकलना शुरू होता तो नीचे उतर जाएं। -नरिंदर सिंह, टेक्निकल एक्सपर्ट, टाटा मोटर्स
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