भोपाल.छत्तीसगढ़ और राजस्थान में कांग्रेस को बेशकस्पष्ट बहुमत नहीं मिला है।, लेकिन जनता ने भाजपा की नीतियों से नाराज होकर उसे सत्ता से बहुत दूर खड़ा कर दिया है। भास्कर ने मतदाताओं की नाराजगी का विश्लेषण किया…
छत्तीसगढ़: 53 ग्रामीण सीटों में से 42 कांग्रेस ने जीती, इसी दम पर सरकार बनाई
- ओबीसी/एससी: 51% वोटर ओबीसी हैं। कांग्रेस ने साफ कर दिया था कि सीएम ओबीसी से ही होगा। दूसरी ओर, रमन सिंह थे। एससी सीटों पर भाजपा 9 से 1 पर सिमटी। रिजर्व 10 सीटों में से कांग्रेस ने 9 जीतीं। रमन सरकार ने एससी वर्ग को 4% आरक्षण दिया, जबकि इनकी आबादी 13% है। 8 सामान्य सीटों पर भी एससी वोटर 15% तक हैं।
- ग्रामीण इलाकों में कांग्रेस 42 सीटें लाई: 53 ग्रामीण सीटों में से कांग्रेस ने 42 सीटें जीतीं। वजह दो घोषणाएं- किसानों की कर्जमाफी और धान का समर्थन मूल्य 2500 रुपए करना। किसान चुनाव तक धान बेचने नहीं पहुंचे।
- महिलाएं जहां वोटिंग में आगे, वहां भाजपा साफ: राज्य में शराबबंदी के वादे ने खासतौर पर महिलाओं का ध्यान खींचा। जिन 24 सीटों पर महिलाओं का वोटिंग
- प्रतिशत पुरुषों से ज्यादा रहा, उनमें से कांग्रेस ने 22 सीटें जीत लीं।
अगला सीएम कौन : तीन दावेदारों में बघेल का पलड़ा सबसे भारी
- भूपेश बघेल: ओबीसी चेहरा। 50 सभाएं कीं। 70% टिकट तय किए। टीएस सिंहदेव: नेता प्रतिपक्ष। 60 सभाएं, 90 बैठकें कीं। 15% टिकट तय किए। चरणदास महंत: पार्टी के वरिष्ठ नेता होने के नाते महंत की भी मजबूत दावेदारी।
राजस्थान: एससी-एसटी एक्ट की वजह से सवर्ण वोटर भाजपा से नाराज हुए
- ढूंढाड़-मारवाड़ में भाजपा ने 60 सीटें हारीं : इन दो इलाकों में भाजपा की 91 सीटें थीं। अब सिर्फ 31 हैं। आनंदपाल एनकाउंटर और पद्मावत प्रकरण से शेखावाटी में भाजपा की 12 सीटें कम हुईं। ढूंढाड़ में सचिन पायलट का असर दिखा। मारवाड़ में अशोक गहलोत का। मत्स्य क्षेत्र में योगी ने हनुमान जी को दलित बताया था। राजपूत इसके विरोध में आए। फायदा कांग्रेस को हुआ।
- एससी/एसटी भाजपा की 29 सीटें कम हुईं : 2013 में भाजपा ने एससी/एसटी के लिए तय 58 सीटों में से 49 सीटें जीती थीं। इस बार कांग्रेस ने 31 जीतीं। एससी/एसटी एक्ट में केंद्र द्वारा लाए गए बिल से सवर्ण वोटर नाराज हैं। इस पर हिंसा हुई थी। इससे भाजपा को ही नुकसान हुआ।
- गांवों में कांग्रेस 63 सीटों से आगे : 153 ग्रामीण सीटों में से भाजपा के पास 123 सीटें थीं। इस बार कांग्रेस 63 सीटों से आगे हो गई है। किसान आंदोलन से ग्रामीण नाराज हैं। कांग्रेस के कर्ज माफी का वादा भी काम आया।
अगला सीएम कौन : सीएम रह चुके गहलोत और युवा सचिन दौड़ में
- अशोक गहलोत : दो बार के सीएम। 100 रैलियां कीं। 40% टिकट तय किए। पिछड़ी जाति पर पकड़।
- सचिन पायलट : राजस्थान में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष। कुल 230 सभाएं कीं। 50% टिकट सचिन ने ही तय किए। उपचुनाव में जीत दिलाई। राहुल के करीबी।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today