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Posted by Surinder Verma on Wednesday, June 17, 2020

एम.ई.टी.एल क्षेत्र में जापानी कंपनी टीसुजुकी का बड़ा निवेश

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चण्डीगढ़ : कोरोना काल के दौर में जापानी कंपनी टीसुजुकी रिलायंस एम.ई.टी क्षेत्र में 75 करोड़ निवेश के लिए पूरी तरह से तैयार है। तीसरी जापानी फर्म टीसुजुकी इंडिया प्रिसिजन एलएलपी अपनी विस्तार योजना के तहत रिलायंस मेट में 6 एकड़ में अपने उद्योग को स्थापित करेगी। जापानी बहुराष्ट्रीय कंपनी आईएसओ 9001:2015 व आईएटीएफ 16949 के प्रमाणीकरण के साथ ऑटोमाबाईल उद्योग के लिए ‘‘स्टेरिंग निकल्स’’ का निर्माण करेगी।

जापानी कंपनी के प्रबंध संचालक ईइची ओया ने बताया कि यह नई इकाई अक्टूबर 2021 तक अपना उत्पादन 100 कर्मचारियों के साथ झज्जर क्षेत्र में शुरू कर देगी। उन्होंने यह जानकारी दी कि इस उद्योग में निर्मित कलपुर्जे घरेलू और निर्यात बाजार के लिए बनाए जायेगें। ओया ने समयबद्ध दस्तावेज और सूचारू प्रक्रिया की दिशा में किये जा रहे प्रयास हेतु रिलायंस मेट और हरियाणा सरकार का आभार व्यक्त किया।

रिलायंस समूह के मुख्य कार्यकारी अधिकारी वल्लभ गोयल ने बताया कि टीसुजुकी इंडिया द्वारा व्यापारिक निवेश करने से भारत तथा जापान दोनों देशों के व्यापार में पारस्परिक मेल बढ़ेगा तथा राज्य प्रगति पथ पर अग्रसर होगा। उन्होंने कहा कि एमईटी क्षेत्र के विकास से क्षेत्र में आर्थिक प्रगति आएगी तथा स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर प्राप्त होगें।

मॉडल इकोनोमिक टाउनशिप में इस समय 7 कम्पनियों पैनासोनिक इंडिया, डेंसो, रिलायंस रीटेल, ऑलकार्गो, फिल्पकार्ट, अमेजन, इंडो स्पेस, तिरूपति और अम्बर जैसे अग्रणी संस्थानों ने उत्पादन कार्य प्रारंभ कर दिया है तथा कुछ और इकाइंयों का निर्माण कार्य चल रहा है। सरकार भी क्षेत्र के आर्थिक विकास हेतु विभिन्न प्रयास कर रही है जिसमें परिवहन की सुविधा, पानी की उपलब्धता तथा रोड का विस्तार मुख्य कार्य है।

इसके अलावा 120 से अधिक कंपनियों ने अपनी विनिर्माण इकाइयों की स्थापना के लिए एग्रीमेंट किये है, ये इकाइयां आने वाले दो वर्षो में अपनी निर्माण गतिविधियां शुरू करेंगी। मॉडल इकोनोमिक टाउनशिप में कार्यरत कंम्पनियों में इस समय लगभग 5000 से अधिक आदमी कार्यरत है, इसमें से लगभग 30 प्रतिशत हरियाणा के मूल निवासी है। क्षेत्र में विभिन्न कंम्पनियों के आने से हर वर्ष लगभग 5000 स्थानीय नवयुवकों को रोजगार के सुनहरे अवसर प्राप्त होगे साथ ही क्षेत्र में लोगों को अपना स्वरोजगार प्रारंभ करने का मौका मिलेगा, जिससे इस क्षेत्र के आर्थिक प्रगति आएगी।