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Posted by Surinder Verma on Wednesday, June 17, 2020

धर्मेंद्र की इमोशनल स्ट्रेटजी, पता होता जाखड़ सामने है तो सन्नी को रोक देता

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  • गुरदासपुर में धर्मेंद्र को याद आए जाखड़
  • बोले- लेकिन अब मैदान में उतर गए हैं तो जीतना ही है

गुरदासपुर. गुरदासपुर में बेटे सन्नी देओल के लिए चुनाव कैंपेन करने पहुंचे सिने स्टार धर्मेंद्र विरोधी पार्टी कांग्रेस के कैंडिडेट सुनील जाखड़ को लेकर भावुक हो गए। धर्मेंद्र ने कहा-बलराम जाखड़ के लिए तो हमने चुनाव में कैंपेन की थी, अगर पता होता कि गुरदासपुर में हमारे दोस्त बलराम जाखड़ के बेटे सुनील जाखड़ सन्नी के सामने चुनाव मैदान में हैं तो शायद सन्नी को यहां से चुनाव नहीं लड़वाता। धर्मेंद्र ने बेटे सन्नी के लिए गुरदासपुर और पठानकोट में लोगों से मिलना शुरू कर दिया है।

धर्मेंद्र ने कहा कि बलराम जाखड़ उनके दोस्त थे। मैंने राजस्थान के चुनाव में एक बार उनके लिए कैंपेन की और लोगों से कहा कि वे हाथ उठाकर उनका समर्थन करें। बलराम जाखड़ के लिए दिल में बड़ी इज्जत थी और पता होता कि उन्हीं के बेटे सुनील गुरदासपुर से चुनाव लड़ रहे हैं तो हम चुनाव लड़ने के इनकार कर देते। पंजाबी में बात करते हुए धर्मेंद्र ने कहा कि गुरदासपुर आकर यह बात पता चली, लेकिन अब मुकद्दर की बात है। मैदान में उतर ही गए हैं तो जीतना ही है।

उन्होंने कहा कि मेरा पुत्तर सन्नी नेक बंदा है। पहले उसे रोक रहा था चुनाव लड़ने को पता नहीं कैसे राजी हो गया। सन्नी के रोड शो में पंजाबियों का प्यार देख सीना चौड़ा हो गया। वे पंजाब की मिट्‌टी का कर्ज उतारने आए हैं सियासत करने नहीं। धर्मेंद्र का रविवार को दीनानगर में रोड शो और सोमवार को पठानकोट में कार्यक्रम है।

2004 में बलराम जाखड़ के खिलाफ धर्मेंद्र ने लड़ने से किया था इनकार

सुनील जाखड़ के पिता और केंद्रीय मंत्री रहे बलराम जाखड़ से धर्मेंद की दोस्ती थी और उनके लिए धर्मेंद्र ने 1991 में सीकर में चुनाव कैंपेन में हिस्सा लिया। 2004 के लोकसभा चुनावों में जाखड़ राजस्थान के चुरू से चुनाव लड़ रहे थे और भाजपा उनके खिलाफ धर्मेंद्र को उतारना चाहती थी लेकिन धर्मेंद्र ने जाखड़ के खिलाफ लड़ने से इनकार कर दिया था। इसके बाद भाजपा उन्हें बीकानेर ले गई। धर्मेंद्र तो बीकानेर से जीत गए लेकिन बलराम जाखड़ चुरू से हार गए थे।

परनीत कौर तो बहन जैसी…
धर्मेंद्र ने बताया कि भाजपा ने पहले भी उन्हें पटियाला से चुनाव लड़वाना चाहा, परंतु जब उन्हें पता चला कि पटियाला से परनीत कौर चुनाव लड़ रही हैं तो उन्होंने परनीत के खिलाफ चुनाव लड़ने से इंकार कर दिया था, क्योंकि परनीत उनकी बहन जैसी हैं, फिर उन्होंने लुधियाना से भी चुनाव लड़ने से इंकार किया।

गुरदासपुर से नहीं है सीधा ताल्लुक…

अभिनेता धर्मेंद्र के बेटे सन्नी देओल गुरदासपुर के चुनावी मैदान में उतर तो गए हैं लेकिन उनकी जिले से सीधा ताल्लुक नहीं है। धर्मेंद्र की पैदाइश कपूरथला जिले के फगवाड़ा शहर की है। जो मूल रूप से साहनेवाल के रहने वाले थे लेकिन फगवाड़ा में अपनी बुआ के यहां रहते थे और शुरुआती पढ़ाई फगवाड़ा के आर्य हाई स्कूल एवं रामगढ़िया स्कूल में की। उन्होंने 2004 में राजस्थान के बीकानेर से भाजपा कैंडीडेट के तौर पर चुनाव लड़़ा और जीते लेकिन सियासत में वे टिक नहीं सके। उनका कहना था कि वहां की वसुंधरा राजे सरकार ने उनके प्रोजेक्टों में मदद नहीं की लिहाजा उन्होंने राजनीति छोड़ दी और दोबारा चुनाव नहीं लड़ा।