- ईरान का आरोप है कि ब्रिटिश तेल टैंकर स्टेना इमपेरो ने अंतरराष्ट्रीय जलमार्ग का उल्लंघन किया
- ब्रिटेन के विदेश मंत्री जेरेमी हंट ने ईरान की इस हरकत को गंभीर बताया
Dainik Bhaskar
Jul 21, 2019, 09:39 AM IST
तेहरान. ईरान सेना की विशेष टुकड़ी ‘रेवोल्यूशनरी गार्ड्स’ ने होरमुज की खाड़ी से ब्रिटेन का तेल टैंकर जब्त कर लिया। इस पर ब्रिटेन, अमेरिका और नाटो देशों ने ईरान से टैंकर को छोड़ने के लिए कहा है। हालांकि, तेहरान की तरफ ने सभी अपीलों को नजरअंदाज कर दिया गया है। रविवार को रेवोल्यूशनरी गार्ड्स ने टैंकर ‘स्टेना इमपेरो’ के पकड़े जाने का वीडियो जारी किया। इसमें दिखाया गया है कि किस तरह गार्ड्स ने ब्रिटिश शिप को चारों तरफ से घेरकर उस पर कब्जा किया।
IRGC releases a video of the moment that their forces seized #British #tanker #StenaImpero in #StraitOfHormuz. #Iran #IRGC #UnitedKingdom pic.twitter.com/29Q11mgzFP
— Press TV (@PressTV) July 20, 2019
ईरानी सैनिकों ने ही शूट किया वीडियो
ईरान की तरफ से कहा गया कि स्टेना इमपेरो ने अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन किया। होरमोज्गान बंदरगाह की तरफ से इस बात की जानकारी दी। वीडियो में ईरानी सैनिकों को ब्लैक मास्क में हेलिकॉप्टर से टैंकर पर उतरते और उस पर कब्जा करते दिखाया गया है। वीडियो में करीब चार नौकाओं को टैंकर को घेरते भी देखा जा सकता है। बताया गया है कि वीडियो दो कैमरों से शूट हुआ। एक कैमरा स्पीड बोट पर था और दूसरा हेलिकॉप्टर में। टैंकर में कुल 23 क्रू मेंबर्स थे। इनमें 18 भारतीयों के अलावा रूस, लातविया और फिलीपींस के भी नागरिक भी शामिल हैं।
नाटो ने कहा- यह नेविगेशन की आजादी खत्म करने की कोशिश
इस घटना के बाद जहां ब्रिटेन और अमेरिका ने ईरान को चेतावनी दी है। वहीं नाटो ने कहा है कि यह जलमार्ग में आजादी से आने-जाने पर प्रतिबंध की तरह है। नाटो ने ईरान से ब्रिटिश टैंकर को तुरंत छोड़ने की अपील की। इस बीच ब्रिटेन के विदेश मंत्री जेरेमी हंट ने कहा कि टैंकर को ओमान के जलमार्ग से जब्त किया। इस सिलसिले में संयुक्त राष्ट्र को पत्र भी लिखा गया है। उन्होंने ईरानी विदेश मंत्री जावेद जरीफ से बातचीत के बाद ईरान के रवैये को निराशाजनक बताया।
यूके जब्त कर चुका है ईरान का टैंकर
यूके और ईरान के बीच तनाव इसी महीने की शुरुआत में बढ़ा था। ब्रिटिश रॉयल मरीन ने यूरोपीय कानून तोड़ने के लिए ईरान के एक टैंकर ‘ग्रेस’ को जिब्राल्टर से जब्त कर लिया था। बताया गया था कि टैंकर सीरिया से तेल लेकर जा रहा था। इसके बाद ईरान ने भी ब्रिटेन को उसका तेल टैंकर जब्त करने की धमकी दी थी। 10 जुलाई को कुछ ईरानी शिप ने एक टैंकर जब्त करने की कोशिश भी की, लेकिन ब्रिटिश युद्धपोत के साथ होने की वजह से उसे पीछे हटना पड़ा था। ईरान ने बाद में ऐसी किसी भी कोशिश से इनकार किया था।