मुंबई. इस साल अब तक करीब 24 कंपनियां आईपीओ ला चुकी हैं। अब तक का उनका प्रदर्शन निराशाजनक ही रहा है। ज्यादातर आईपीओ लिस्टिंग प्राइस से नीचे कारोबार कर रहे हैं। इश्यू प्राइस से 56% तक गिरावट आ चुकी है। विश्लेषकों के मुताबिक कई कंपनियों के आईपीओ का इश्यू प्राइस काफी ज्यादा था। दूसरी ओर अमेरिका-चीन ट्रेड वॉर की वजह से शेयर बाजार में काफी उठापठक रही। इस वजह से आईपीओ का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा।
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इस साल सबसे खराब प्रदर्शन वाले 5 आईपीओ
कंपनी इश्यू प्राइस (रु) लिस्टिंग प्राइस (रु) 24 दिसंबर को शेयर प्राइस (रु) नुकसान अपोलो माइक्रो सिस्टम 275 478 120 56.36% आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज 520 435 261 49.83% इंडोस्टार कैपिटल 572 601 313 45.32% हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स 1215 1159 784 35.49% भारत डायनामिक्स 428 360 279 34.93% -
इस साल जनवरी से जून के बीच आए ज्यादातर आईपीओ ने नेगेटिव रिटर्न दिया। इसके बाद दूसरी छमाही में प्राइमरी मार्केट में सुस्ती रही। सेबी ने भी चिंता जताते हुए इन्वेस्टमेंट बैंकर्स से निवेशकों को लुभाने के लिए प्राइसिंग पर विचार करने को कहा है। सेबी ने इस साल 60 हजार करोड़ रुपए के आईपीओ को मंजूरी दी। अक्टूबर के अंत तक 24 कंपनियों ने आईपीओ से 30,959 करोड़ रुपए जुटाए।
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आईपीओ को अच्छा रेस्पॉन्स नहीं मिलने की वजह से कंपनियां भी पीछे हट रही हैं। पिछले साल 120 कंपनियों ने आईपीओ के जरिए 67,147 करोड़ रुपए जुटाए। लेकिन, इस साल यह रकम आधी से भी कम रही।