एक बार फिर नए साल के जश्न के आस पास पाकिस्तान ने नापाक चाल चलने की कोशिश की है. जम्मू कश्मीर के लैथापोरा CRPF ट्रेनिंग कैंप पर आतंकी हमला हुआ है. हमले में दो सीआरपीएफ जवान शहीद हो गए हैं, जबकि तीन जवान जख्मी हुए हैं. अभी भी मुठभेड़ जारी है और रुक-रुककर फायरिंग चल रही है.
सीआरपीएफ के जिस ट्रेनिंग सेंटर पर हमला हुआ है वो चार मंजिला है. बताया जा रहा है कि आतंकी बिल्डिंग के चौथे माले पर ही मौजूद हैं और यहीं से फायरिंग कर रहे हैं. इस बिल्डिंग में सीआरपीएफ सेंटर का एडमिनिस्ट्रेटिव ब्लॉक है, जहां कंट्रोल रूम भी है. ये भी जानकारी मिली है कि जम्मू कश्मीर पुलिस ने इस कैंप पर फिदायीन हमले की स्पेसिफिक चेतावनी दी थी.
आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद ने इस हमले की जिम्मेदारी ली. सूत्रों के अनुसार 3 आतंकवादी कैंप में घुसे हैं. सुरक्षाबलों ने दोनों आतंकियों को घेर लिया है. CRPF कैंप पर रात 2 बजकर 10 मिनट पर आतंकी हमला हुआ. कैंप 185 बटालियन का मुख्यालय भी है.
आतंकियों ने पहले ग्रेनेड से हमला किया. उसके बाद लगातार फायरिंग शुरू कर दी. मीडिया को वट्सऐप मेसेज भेजकर जैश ए मोहम्मद ने हमले की जिम्मेदारी ली. आतंकी संगठन का कहना है कि यह फिदायिन हमला उनके आतंकी कमांडर नूर त्राली की मौत का बदला लेने के लिए किया गया है.
ऐसी है पूरी इमारत
चार मंजिला इस इमारत में 3 ब्लॉक हैं. बिल्डिंग का पहला ब्लॉक अधिकारियों के आवासीय परिसर के रूप में इस्तेमाल किया जाता है. जबकि दूसरे ब्लॉक में मेन ऑफिस के साथ क्षेत्राधिकारी कार्यालय भी है. आतंकियों ने ब्लॉक नंबर 3 को अपना टारगेट बनाया है.
इस ब्लॉक के ग्राउंड फ्लोर पर अस्पताल है, जबकि पहले फ्लोर पर सिग्नल सेंटर, कंट्रोल रूप और स्टोर है. दूसरे और तीसरे फ्लोर खाली हैं. इस ब्लॉक में टाइप 2 क्वार्टर के पास एक जवान पोजिशिन लिए हुआ था और आतंकियों ने उसे निशाना बनाया.
सीआरपीएफ ने यह भी बताया कि इस बात की पूरी आशंका है कि दूसरे कैंपों में भी इस तरह के हमले हो सकते हैं. सीआरपीएफ और जम्मू कश्मीर पुलिस के आईजी अतिरिक्त सहायता लेकर कैंप पहुंच चुके हैं. सेना ने आतंकियों को चारों तरफ से घेर रखा है.
आपको बता दें कि इस तरह के हमले की चेतावनी वाली खुफिया सूचना पुलिस और सेना की सभी यूनिट को शेयर की गई थी. सीआरपीएफ और जम्मू कश्मीर पुलिस के सीनियर अधिकारी मौके पर पहुंच चुके हैं. जम्मू कश्मीर राज्यमार्ग बंद कर दिया गया है. इलाके में फोन और इंटरनेट सेवा बंद है.
26 दिसंंबर को मारा गया था नूर
पिछले हफ्ते जम्मू के पुलवामा में सुरक्षाबलों ने बड़ी सफलता हासिल करते हुए जैश कमांडर नूर त्राली को मार गिराया था. सूत्रों के अनुसार सेना को सोमवार को पुलवामा में आतंकियों के होने की जानकारी मिली थी. सेना ने एसओजी और सीआरपीएफ के साथ मिलकर सर्च ऑपरेशन शुरू किया था.
अापको बता दें कि इससे पहले 2016 में भी नए साल के दौरान पाकिस्तान की ओर से आए आतंकियों ने पंजाब को आतंकी हमले से दहला दिया था. राज्य के लोगों पर से नए साल के जश्न का खुमार टूटा नहीं था कि 2 जनवरी को सुबह पठानकोट के एयरफोर्स स्टेशन पर पाकिस्तानी हमले से हड़कंप मच गया था. मुठभेड़ में छह आतंकी मारे गए थे. हमारे भी सात जवान शहीद हो गए थे. छह आतंकी एयरबेस स्टेशन में घुस आए और 2 जनवरी को तड़के साढ़े तीन बजे हमला कर दिया था.