इंटरनेशनल डेस्क।बाजार में नकली प्लास्टिक के अंडों की मौजूदगी से जुड़ी खबरें आ रही हैं। सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें चीन में कैमिकल्स से आर्टिफीशिल अंडे बन रहे हैं। इसे खाने से कैंसर और ऑर्गन फेलियर का खतरा होता है। भारत में भी अक्टूबर 2016 में भी खबर आई थी कि केरल के बाजारों में नकली अंडे बिक रहे हैं। कई लोग इन्हें 'चाइनीज अंडे' भी कह रहे हैं।
कैसे बनता है प्लास्टिक का अंडा
सोडियम अल्जिनेट को गर्म पानी में मिलाकर फिर इस मिश्रण में जलेटिन, ऐलम और बेन्जोइक मिलाया जाता है। इस मिश्रण से नकली अंडा तैयार किया जाता है। अंडे के पीले और सफेद हिस्से दोनों को बनाने में यही मिश्रण इस्तेमाल होता है। पीले हिस्से के लिए बस मिश्रण में थोड़ा पीला रंग मिला दिया जाता है। अंडे का छिलका बनाने के लिए कैल्शियम क्लोराइड का इस्तेमाल किया जाता है।
पहचानें असली और नकली का अंतर
देखने में असली और नकली अंडे एक जैसे दिखते हैं। नकली अंडे का छिलका थोड़ा सख्त होता है। ये असली अंडे की तुलना में थोड़ा खुरदुरा भी होता है। इसके अलावा छिलके के अंदर एक रबरनुमा लाइनिंग भी होती है।
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