एनयूजे के सम्मेलन में हरियाणा के शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा ने कहा
चंडीगढ़, 24 फरवरी (ट्रिन्यू)
सच को प्रकाशित करना सबसे कठिन काम है। सच जिसके बारे में बोला जाता है, उसे बुरा लगता है। एमरजेंसी के दौर से लेकर अब तक उन्हीं प्रतिबद्ध पत्रकारों से पत्रकारिता का दीया रोशन है जो दरबारी नहीं बने। ये बातें हरियाणा के शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा ने कहीं। शर्मा नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स (एनयूजे) के द्विवार्षिक सम्मेलन में बोल रहे थे। चंडीगढ़ के लॉ भवन में आयोजित कार्यक्रम में पत्रकारिता के विभिन्न आयामों एवं एमरजेंसी के दौरान की यातनाओं का जिक्र करते हुए हरियाणा के मंत्री ने जिगर मुरादाबादी की गजल की एक शायरी कही। उन्होंने कहा-हमको मिटा सके ये ज़माने में दम नहीं, हमसे ज़माना ख़ुद है, ज़माने से हम नहीं। उन्होंने कहा पत्रकार का काम बहुत चुनौतीपूर्ण है और यह काम पत्रकार ही कर सकता है। नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स की ओर से आयोजित दो दिवसीय कार्यक्रम के विशेष सत्र में रामबिलास शर्मा ने कहा, पानी के बहाव में बहना तो सामान्य बात है, असली तैराक तो धारा के प्रतिकूल बहता है।
इससे पहले एनयूजे की एडहॉक समिति के अध्यक्ष केएन गुप्ता ने संगठन की नयी कार्यकारिणी के बारे में रिटर्निंग अफसर विजय क्रांति एवं हरिओम को मंच पर बुलाया। विजय क्रांति ने अध्यक्ष अशोक मलिक, उपाध्यक्ष अवतार सिंह, महासचिव मनोज वर्मा, कोषाध्यक्ष राकेश आर्य सहित पूरी कार्यकारिणी के निर्विरोध चुने जाने का ऐलान किया। बाद में सभी पदाधिकारियों एवं कार्यकारिणी के सदस्यों ने शपथ ली। साथ ही एनयूजे के संस्थापक सदस्य एवं वरिष्ठ पत्रकार एनके त्रिखा सहित कई अन्य पत्रकारों के निधन पर दुख जताते हुए उनके सम्मान में दो मिनट का मौन रखा गया।
16 राज्यों के जर्नलिस्ट एसाेसिएशनों के पदाधिकारियों एवं कार्यकारिणी सदस्यों की मौजूदगी में एनयूजे के निवर्तमान उपाध्यक्ष दीपक वशिष्ठ ने एनयूजे के पिछली कार्यकारिणी के कार्यों का उल्लेख किया और चंडीगढ़ जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन के महासचिव जसवंत सिंह राणा ने आगंतुकाें का स्वागत किया। वरिष्ठ पत्रकार एवं संगठन से लंबे समय से जुड़े वरिष्ठ पत्रकार जितेंद्र अवस्थी ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया। इससे पहले सुबह के सत्र में बिजनेस पत्रकारिता पर चर्चा हुई। इसमें चंडीगढ़ पुलिस के महानिदेशक तेजेंद्र लूथरा, वरिष्ठ पत्रकार विजय रॉय एवं बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज सुखविंदर सोखी ने अपनी राय रखी। बाद में हरियाणा राजभवन में राज्यपाल कप्तान सिंह सोलंकी ने देशभर से आये डेलीगेट्स से चर्चा की।
[26/02, 21:45] Surinder Sir: समाज-सरकार को दिशा देते हैं पत्रकार : खट्टर
चंडीगढ़, 25 जनवरी (ट्रिन्यू)
पत्रकारिता एक सम्मानजनक मिशन है। बदलते परिवेश में विभिन्न मुद्दों पर लगातार विचार होना चाहिए। पत्रकार हमेशा समाज और सरकार को दिशा देते रहे हैं। ये बातें हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर ने कहीं। खट्टर सेक्टर 26 स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नीकल टीचर्स ट्रेनिंग एंड रिसर्च ऑडिटोरियम में आयोजित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ जर्नलिस्ट्स (एनयूजे) के वार्षिक सम्मेलन के समापन सत्र में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। महात्मा गांधी, लोकमान्य तिलक एवं मदन मोहन मालवीय के दौर का जिक्र करते हुए हरियाणा के मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार की आलोचना विपक्ष भी करता है, लेकिन वहां कहीं न कहीं राजनीतिक स्वार्थ छिपा है। असल में पत्रकारों की बिरादरी ही सरकार की कमियों को सही मायने में उजागर करती है और अच्छे कामों को प्रचारित करती है। उन्होंने जोर देकर कहा कि अन्य क्षेत्रों की तरह पत्रकारिता में भी अनुभव की कद्र होनी चाहिए। हरियाणा में पत्रकारों के हितों के संबंध में चल रही कई योजनाओं का जिक्र करते हुए खट्टर ने कहा कि सकारात्मक रहना जरूरी है। उन्होंने कहा कि समाज के लिए जो काम सरकार का है उसे पूरी ईमानदारी से किया जाना चाहिए और उसी तरह पत्रकारों का उन्हें करने देना चाहिए। कुछ खबरों को सनसनीखेज तरीके से पेश किए जाने को अनुचित बताते हुए हरियाणा के मुख्यमंत्री ने कहा कि टीआरपी की चिंता ज्यादा होना ठीक नहीं है। असल काम तो दिशा देना होना चाहिए। नये लोगों को पुराने लोगों से सीखना चाहिए।
इस मौके पर मौजूद हिमाचल प्रदेश के वन, स्वास्थ्य एवं युवा मामलों के मंत्री गोविंद ठाकुर ने कहा कि एनयूजे का यह सम्मेलन भारत मां के दर्शन सरीखा है। उन्होंने कहा कि कलम की विश्वसनीयता बरकरार है, इसके लिए पत्रकार विरादरी बधाई की पात्र है। उन्होंने आश्वस्त किया कि हरियाणा की तरह वह भी प्रदेश में पत्रकारों के सामने कोई दिक्कत नहीं आने देंगे। इसके पहले सुबह के सत्र में पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री ब्रह्म महेंद्र ने कहा कि अधिकारों के साथ कर्त्तव्य भी जरूरी है। उन्होंने कहा कि पंजाब में पत्रकारों के हितों की पूरी रक्षा की जाएगी, यह उनकी पार्टी के घोषणापत्र में भी है। दो सत्रों में चले दूसरे दिन के कार्यक्रम में एनयूजेआई के नव निर्वाचित कार्यकारिणी ने कई प्रस्ताव पास किये।