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Posted by Surinder Verma on Wednesday, June 17, 2020

 हरियाणा के पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर की अध्यक्षता में प्रदेश के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की बैठक आयोजित

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हरियाणा के पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर की अध्यक्षता में प्रदेश के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की बैठक आयोजित

– फीडबैक तंत्र को सुदृढ़ किए जाने पर विस्तार से हुई चर्चा, शिकायतों का निवारण जरूरी लेकिन निष्पक्ष होकर जांच करना इससे ज्यादा जरूरी

– महिला सुरक्षा तथा नशा मुक्ति को लेकर कार्य योजना की गई सांझा, साइबर अपराधियों के लिए भी रणनीति तैयार

– अवैध लाल , नीली बत्ती तथा सायरनो का इस्तेमाल करने वालो के भी हो रहे है चालान, टोल प्लाजा वालो से किया गया समन्वय स्थापित

चंडीगढ़ 24 अक्टूबर। हरियाणा के पुलिस महानिदेशक श्री शत्रुजीत कपूर ने प्रदेश भर के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक लेते हुए कहा कि लोगो की  शिकायतो का निवारण जल्द करना जरूरी है लेकिन साथ ही निष्पक्ष होकर मामले की जांच करना इससे ज्यादा जरूरी है। पुलिस थानों में आने वाली शिकायतो पर की गई कार्यवाई को लेकर अधिकारी शिकायतकर्ताओ को रैंडम कॉल करे और उनसे असंतुष्ट होने का कारण पूछे। इसके आधार पर थानों तथा अधिकारियों की रेटिंग की जाएगी।

यह बैठक मोगीनंद पुलिस लाइन में आयोजित की गई थी जिसमें महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा के साथ कई अन्य महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा की गईं। इस बैठक में पुलिस विभाग के उच्च पदस्थ अधिकारियों ने भाग लिया।

*फीडबैक तंत्र को सुदृढ़ बनाना: बैठक में श्री कपूर ने कहा कि वरिष्ठ अधिकारी फीडबैक सेल के माध्यम से की गई कॉल को अपने स्तर पर जरूर चैक करें और जो लोग पुलिस की कार्यवाही से संतुष्ट नहीं है उन पर विशेष रूप से ध्यान केंद्रित करते हुए उनसे असंतुष्टि का कारण पूछे। उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों से फीडबैक सेल की शिकायत का संज्ञान लेते रहने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि वे कार्य की पारदर्शिता के लिए कॉल रिकॉर्डिंग करवाना सुनिश्चित करे।

महिला पुलिसकर्मियों के बच्चों के लिए क्रेश खोलना: बैठक के दौरान महिला पुलिसकर्मियों के बच्चों के लिए क्रेश की स्थापना पर चर्चा की गई। ये क्रेश पुलिस लाइन और महिला थाने में खोलने पर विचार किया गया। बताया गया कि कुरूक्षेत्र में पहले से ही 15 बच्चों वाला एक क्रेश चल रहा है, जिसका प्रबंधन एक्स-ग्रेसिया की चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी द्वारा किया जा रहा है। पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ने इस पहल की सराहना की।

सड़क सुरक्षा पर आईआईटी मद्रास के साथ पायलट प्रोजेक्ट: बैठक में पंचकूला के पुलिस आयुक्त सिबास कविराज ने बताया कि पंचकुला में सड़क सुरक्षा बढ़ाने के लिए आईआईटी मद्रास के सहयोग से एक पायलट प्रोजेक्ट चलाया जाएगा। इस दौरान सड़क सुरक्षा से जुड़े सभी तथ्यों का बारीकी से आकलन किया जा रहा है ।

स्वास्थ्य सेवा और सड़कों में सुधार: बताया गया कि स्वास्थ्य सुविधाओं और सड़क के बुनियादी ढांचे के लिए एक रोडमैप बनाने का कार्य प्रगति पर है। इसके साथ ही भारतीय सड़क और राजमार्ग प्रवर्तन निदेशालय (आईआरईडी) की भागीदारी के साथ “ब्लैक स्पॉट” पर सुधार करने को लेकर आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।

अवैध लाल , नीली बत्ती और सायरन पर कार्रवाई: अवैध लाल बत्ती और सायरन के लिए चालान जारी करने के संबंध में कड़े उपायों पर चर्चा की गई। इसके लिए टोल प्लाजा के साथ समन्वय स्थापित किया गया है और ऐसे वाहनों का पंजीकरण रद्द करने के लिए परिवहन विभाग के साथ पत्राचार जारी है।

ट्रक तथा ट्रॉली आदि पर डीजे बजाने वाले वाहनों के भी किए जाएंगे चालान-डीजीपी

बैठक में श्री कपूर ने कहा कि शादी तथा त्योहारों के सीजन में कई लोग ट्रक ट्राली आदि में तेज आवाज में डीजे चलाते हैं ऐसे वाहनों का रजिस्ट्रेशन रद्द करने के साथ-साथ डीजे के मालिक पर भी नियम अनुसार कार्यवाही की जाएगी।

दुराचारियों के विरुद्ध अभियान एवं महिला सुरक्षा: बैठक में बताया गया कि उन क्षेत्रों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है जहां पर महिलाओं के साथ मारपीट अथवा छेड़छाड़ की घटनाएं अपेक्षाकृत अधिक है। महिलाओं के साथ छेड़छाड़ वाले स्थान पर पुलिस कर्मियों की टीमें तैनात की गई है। श्री कपूर ने कहा कि पुलिसकर्मी महाविद्यालय तथा विश्वविद्यालय के बाहर महिलाओं के साथ छेड़छाड़ करने वाले मनचलो के खिलाफ अभियान चलाते हुए महिला पुलिस कर्मियों की ड्यूटी लगाए  जो यहां पढ़ने वाली छात्राओं से संपर्क में रहे ताकि महिलाएं भी सहजता से उन्हें इस बारे में बता सके ।

नशा मुक्ति और कानून प्रवर्तन: नशामुक्ति प्रयासों पर भी विस्तार से विचार विमर्श किया गया । बैठक में बताया गया कि नशा बेचने वालों तथा खरीदने वालों की सूची तैयार की जा रही है जो संभवत: 30 नवंबर तक बनकर तैयार हो जाएगी। श्री कपूर ने कहा कि नशा तस्करी करने वाले लोगों से सख्ती से निपटे।

कानून प्रवर्तन आँकड़े: 1 जनवरी से 19 अक्टूबर के बीच 3128 एफआईआर दर्ज की गईं और विभिन्न अपराधों के तहत 4218 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया।

प्रहरी डेटा और जवाबदेही: यह भी बताया गया कि ग्राम प्रहरियों का डेटा 30 नवंबर तक पूरा होने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि ग्राम प्रहरियों को 6 मुख्य बिंदुओं पर ध्यान केंद्रित करते हुए काम करने के लिए कहा गया था और अब उनके क्षेत्र में किसी भी प्रकार के अपराधिक गतिविधियां में आने पर संबंधित ग्राम प्रहरी की जवाब देही तय की जाएगी।

महिला पुलिस स्टेशनों में सुधार: श्री कपूर ने कहा कि महिला थानों में प्राप्त होने वाली शिकायतो को वहां पर तैनात अधिकारी संवेदनशीलता से सुने और उनके साथ विनम्रता से बात करे। उन्होंने कहा कि महिला पुलिस थाना को स्थापित करने का उद्देश्य महिलाओ को एक स्थान पर कानून सम्बंधी सुविधायें उपलब्ध करवाना है ताकि उन्हें इधर उधर भटकना न पड़े। इसलिए जरूरी है कि वहां पर तैनात महिला पुलिसकर्मी उसी अनुरूप कार्य करें।

स्वाट टीमों की तैयारी: बैठक में बताया गया कि प्रदेश के अलग-अलग जिलों में 53 स्वाट टीमें लगाई जाएंगी। इनमें से 5 टीमें गुरुग्राम जिला,4-4 टीमें फरीदाबाद, सोनीपत तथा पंचकूला,1-1 टीम हांसी, दादरी, सिरसा तथा डबवाली में लगाई जाएगी। बाकी बचे जिलों में दो- दो साथ टीमो को नियुक्त किया जाएगा।

बैठक में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक साइबर ओ पी सिंह, एडीजीपी सीआईडी आलोक मित्तल, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक हरियाणा 112 तथा आईटी अर्शिनदर चावला, एडीजीपी ला एन्ड आर्डर ममता सिंह, एडीजीपी हिसार श्रीकांत जाधव, एचपीए मधुबन के डायरेक्टर सी एस राव, एडीजीपी रोहतक के के राव, आईजी आधुनिकीकरण अमिताभ ढिल्लों, आईजी राजश्री सिंह, पुलिस आयुक्त विकास अरोड़ा, आईजी अम्बाला एवं पुलिस आयुक्त सिबास कविराज सहित कई अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।