कामकाजी महिला आवास की 37वीं वर्षगांठ मनाई
-आवास में रह रही कामकाजी महिलाओं के लिए लगाया नेत्र जांच कैंप
-पौधोरोपण करके कैंपस में हरियाली बढ़ाने का भी किया काम
गुरुग्राम
गुरुवार को यहां सिविल लाइन में जिला रेडक्रॉस सोसायटी द्वारा संचालित कामकाजी महिला आवास गुरुग्राम की 37वीं वर्षगांठ मनाई गई। इस अवसर पर एक उड़ान संस्था की ओर से सभी कामकाजी महिलाओं के लिए नेत्र जांच शिविर लगाया गया। साथ ही आवास परिसर में पौधारोपण किया गया। संस्था की संचालिका कल्याणी सचान मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुई। यह आवास बनने के बाद पहली बार वर्षगांठ मनाई गई है।
जिला रेडक्रॉस सोसायटी के सचिव विकास कुमार ने बताया कि यहां आवास में सभी सुविधाएं दी जाती हैं। चाहे सुरक्षा हो या अन्य कोई सुविधा, यहां रहने वाली महिलाओं को कोई दिक्कत नहीं आने दी जाती। उन्होंने कहा कि शहर के पॉश क्षेत्र में यह आवास है। विकास कुमार ने रेडक्रॉस में दिव्यांगों को दिए जाने वाले उपकरणों के लिए पंजीकरण करने के लिए भी प्रेरित किया है। उन्होंने कहा कि जरूरतमंद दिव्यांग रेडक्रॉस में आकर अपनी पंजीकरण कराएं, ताकि उनको उपकरण दिये जा सकें।
आवास की वार्डन कविता सरकार के मुताबिक इस हॉस्टल की शुरुआत 21 अक्टूबर 1984 को की गई थी। गुरुवार को इसको बने 37 साल हो गये। यहां पर रहकर काफी कामकाजी महिलाओं ने काम के साथ खुद की प्रतिभा को निखारते हुए अच्छा मुकाम हासिल किया है। यहां पर रहने वाली महिलाओं, युवतियों को समाजसेवा के लिए भी प्रेरित किया जाता है। कोरोना महामारी में वंचितों को खाना, जूस आदि का वितरण यहां रहने वाली युवतियों ने किया।
यहां नेत्र जांच शिविर का उद्घाटन करने के बाद पौधारोपण करते हुए मुख्य अतिथि कल्याणी सचान ने कहा कि चाहे हम जहां भी रहें, वहां का वातावरण अच्छा बनाएं। यह हमारे तो काम आएगा ही, साथ में दूसरों के लिए भी लाभकारी होगा। बेशक हम कोई पेड़ लगाते हैं, चाहे वह फलदार हो या छायादार, वह इन दोनों चीजों को ही स्वयं ग्रहण नहीं करता। यानी पेड़ ना तो खुद फल खाता है और ना ही अपनी छाया में बैठता है। ये दोनों चीजें दूसरों के लिए ही होती हैं। पेड़ों से सीख लेकर हमें ऐसे काम करने चाहिए, जो दूसरों के लिए भी लाभदायक और सुखकारी हों। उन्होंने आवास में रहने वाली महिलाओं, युवतियों को सेहत के प्रति भी जागरुक किया। आवास में रह रही 45 युवतियों को उन्होंने कहा कि पहले भी वे समाजसेवा में लगी रही हैं। आगे भी समाजसेवा का जज्बा रखें।
इस अवसर पर ज्योति, आरती, वैष्णवी, कीर्ति, रेणु, अंजलि, पूजा, विशाखा समेत सभी कामकाजी युवतियां, महिलाएं उपस्थित थीं।
गुरुग्राम
गुरुवार को यहां सिविल लाइन में जिला रेडक्रॉस सोसायटी द्वारा संचालित कामकाजी महिला आवास गुरुग्राम की 37वीं वर्षगांठ मनाई गई। इस अवसर पर एक उड़ान संस्था की ओर से सभी कामकाजी महिलाओं के लिए नेत्र जांच शिविर लगाया गया। साथ ही आवास परिसर में पौधारोपण किया गया। संस्था की संचालिका कल्याणी सचान मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुई। यह आवास बनने के बाद पहली बार वर्षगांठ मनाई गई है।
जिला रेडक्रॉस सोसायटी के सचिव विकास कुमार ने बताया कि यहां आवास में सभी सुविधाएं दी जाती हैं। चाहे सुरक्षा हो या अन्य कोई सुविधा, यहां रहने वाली महिलाओं को कोई दिक्कत नहीं आने दी जाती। उन्होंने कहा कि शहर के पॉश क्षेत्र में यह आवास है। विकास कुमार ने रेडक्रॉस में दिव्यांगों को दिए जाने वाले उपकरणों के लिए पंजीकरण करने के लिए भी प्रेरित किया है। उन्होंने कहा कि जरूरतमंद दिव्यांग रेडक्रॉस में आकर अपनी पंजीकरण कराएं, ताकि उनको उपकरण दिये जा सकें।
आवास की वार्डन कविता सरकार के मुताबिक इस हॉस्टल की शुरुआत 21 अक्टूबर 1984 को की गई थी। गुरुवार को इसको बने 37 साल हो गये। यहां पर रहकर काफी कामकाजी महिलाओं ने काम के साथ खुद की प्रतिभा को निखारते हुए अच्छा मुकाम हासिल किया है। यहां पर रहने वाली महिलाओं, युवतियों को समाजसेवा के लिए भी प्रेरित किया जाता है। कोरोना महामारी में वंचितों को खाना, जूस आदि का वितरण यहां रहने वाली युवतियों ने किया।
यहां नेत्र जांच शिविर का उद्घाटन करने के बाद पौधारोपण करते हुए मुख्य अतिथि कल्याणी सचान ने कहा कि चाहे हम जहां भी रहें, वहां का वातावरण अच्छा बनाएं। यह हमारे तो काम आएगा ही, साथ में दूसरों के लिए भी लाभकारी होगा। बेशक हम कोई पेड़ लगाते हैं, चाहे वह फलदार हो या छायादार, वह इन दोनों चीजों को ही स्वयं ग्रहण नहीं करता। यानी पेड़ ना तो खुद फल खाता है और ना ही अपनी छाया में बैठता है। ये दोनों चीजें दूसरों के लिए ही होती हैं। पेड़ों से सीख लेकर हमें ऐसे काम करने चाहिए, जो दूसरों के लिए भी लाभदायक और सुखकारी हों। उन्होंने आवास में रहने वाली महिलाओं, युवतियों को सेहत के प्रति भी जागरुक किया। आवास में रह रही 45 युवतियों को उन्होंने कहा कि पहले भी वे समाजसेवा में लगी रही हैं। आगे भी समाजसेवा का जज्बा रखें।
इस अवसर पर ज्योति, आरती, वैष्णवी, कीर्ति, रेणु, अंजलि, पूजा, विशाखा समेत सभी कामकाजी युवतियां, महिलाएं उपस्थित थीं।