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Posted by Surinder Verma on Wednesday, June 17, 2020

*सहजयोग व पॉजिटिव एनर्जी से भगाएं करोना व अन्य घातक वायरस*

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सारी दुनिया आज के इस दौर में कोरोना वायरस के संक्रमण से ग्रसित है। इस वैश्विक महामारी से मानव जाति के संक्रमण दुनिया भर में प्रत्येक स्तर पर सकारात्मक पहल निरंतर जारी है। सहजयोग विश्व सामूहिकता से जुड़े साधक इस संकट के समय में ध्यान योग के माध्यम से अपनी आध्यात्मिक शक्ति को विश्य संरक्षण की दिशा में विस्तारित करने में जुटे हुए हैं।

यह जानकारी देते हुए स्पिरिचुअल फाउंडेशन के प्रदेश संयोजक डॉ इलम सिंह बंसल ने कहा कोविड-19 से निर्मित आपदा के प्रभाव को कम करने एवं उसके उन्मूलन की दिशा में सहजयोग सामूहिक ध्यान शक्ति का प्रयोग एक कारगर उपचार है। इस दिशा में विश्व भर में फैले हुए सहजयोगी करोना के इस दौर में अपने-अपने घरों पर ऑनलाइन सामुहिक ध्यान से जुड़कर दिव्य चेतना को वातावरण में फैला रहे हैं। साथ ही सामूहिक ध्यान शक्ति इस विश्वव्यापी बाधा को समाप्त करने हेतु सहजयोग ध्यान पद्धति से जुड़ी सभी दिव्य युक्तियों का प्रयोजन अपने- अपने स्थान पर कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि सहज योग व पॉजिटिव एनर्जी को प्रशिक्षित सहज यॉगी के मार्गदर्शन मे जागृत कर आप सभी अपनी इम्युनिटी बढ़ा सकते हैं व करोना के प्रकोप से बच सकते हैं।
डॉ बंसल ने मंगलवार को चंडीगढ़ प्रेस क्लब में लाइव डेमोंस्ट्रेशन के जरिये दिखाया कि जिस व्यक्ति की पॉजिटिव एनर्जी जागृत है उनको कोविड 19 या फिर भविष्य में आने वाले और वायरस कोई दुष्प्रभाव नहीं कर पाएंगे ।
डॉ बंसल ने बताया कि भृगु संहिता ,सौंदर्य लहरी व कुरानशरीफ में कयामत व आफत के समय व आपदा की पूरी पूरी जानकारी दी गई है और यह लिखा हुआ है कि कयामत के वक्त केवल उन्हीं पर यह दुष्प्रभाव आएगा जो अच्छाइयों से परे मनुष्यों को सताने में लगे हैं लेकिन जो व्यक्ति शास्त्रों के अनुरूप सात्विक गुणों व अच्छे संस्कार व प्रेम की शक्ति के साथ सहज योग से जुड़े हैं तो वह अपना मास्टर खुद बन सकते हैं न किसी ताबीज की जरूरत पड़ती है ना किसी को दक्षिणा देनी पड़ती है लेकिन आप खुद अपना ओलिया बन जाएंगे । जररूत है नफरत से नहीं बल्कि प्रेम व सौहार्दपूर्ण जीवन व्यतीत करने की और ईश्वरीय रूह से जुड़ कर आप अपने को सभी असाध्य रोगों से बचा सकते हैं।