- बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने एक टीम बनाई, जो एसजी कंपनी से सीधे तालमेल रखेगी
- गांगुली का मानना है कि डे-नाइट टेस्ट से इस फॉर्मेट को ज्यादा दर्शक मिल सकेंगे
Dainik Bhaskar
Oct 30, 2019, 06:31 PM IST
खेल डेस्क. भारत और बांग्लादेश के बीच पहला डे-नाइट टेस्ट 22 नवंबर से कोलकाता के ईडन गार्डन्स स्टेडियम में खेला जाएगा। यह मैच एसजी की गुलाबी गेंद से खेला जाएगा। इसके लिए बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने एसजी कंपनी से कहा है कि वह एक सप्ताह में 72 गुलाबी गेंद तैयार कर ले, ताकि दोनों टीम को प्रैक्टिस में भी कोई दिक्कत न हो।
बीसीसीआई सूत्र के मुताबिक, ‘‘हां, बोर्ड अध्यक्ष ने एक टीम बनाई है, जो एसजी कंपनी के साथ तालमेल बनाए रखेगी। अध्यक्ष चाहते हैं कि अगले एक सप्ताह में पर्याप्त संख्या में गुलाबी गेंद तैयार हो जाए, जिससे दोनों टीमों को अभ्यास करने में कोई दिक्कत ना हो।’’
‘घरेलू क्रिकेट में गुलाबी गेंद इस्तेमाल करना था’
बीसीसीआई के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘अगर बीसीसीआई जीएम (क्रिकेट आपरेशंस) सबा करीम ने घरेलू मैचों में गुलाबी गेंद के इस्तेमाल पर जोर दिया होता तो आज हमें सब्सटिट्युट गेंद की कमी नहीं होती। हम रणजी और ईरानी ट्रॉफी में गुलाबी गेंद का इस्तेमाल कर सकते थे। इस मामले में गांगुली ने कई कोशिशें भी की थी, लेकिन कुछ हो नहीं सका।’’
गांगुली 2016-17 में भी डे-नाइट टेस्ट के लिए कहा था
गांगुली ने हमेशा से पिंक बॉल क्रिकेट की वकालत की है। वह 2016-17 में जब तकनीकी समिति के सदस्य थे, तब उन्होंने घरेलू क्रिकेट में भी पिंक बॉल के इस्तेमाल की सिफारिश की थी। गांगुली ने उसी समय डे-नाइट टेस्ट की वकालत भी की थी। उनका कहना था कि इससे टेस्ट क्रिकेट को ज्यादा दर्शक मिल सकेंगे। हाल ही में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ रांची टेस्ट में काफी कम दर्शक मौजूद रहे थे। इसको लेकर भारतीय कप्तान कोहली ने नाराजगी जाहिर की थी। कोहली ने इसके बाद भारत में पांच टेस्ट सेंटर बनाए जाने की बात कही थी।