- ‘वॉर’ बॉलीवुड को अब तक की सबसे बड़ी ओपनर बनी, पहले दिन 53.35 करोड़ रुपए कमाते हुए ‘ठग्स ऑफ हिंदोस्तां’ को पीछे छोड़ा
- अक्षय कुमार को 32 साल के कॅरिअर में पहली 200 करोड़ी फिल्म ‘मिशन मंगल’ के रूप में मिली, जिसने 202 करोड़ रुपए का कारोबार किया
- ऋतिक रोशन और टाइगर श्रॉफ को उनके कॅरिअर की हाईएस्ट ओपनर और हाईएस्ट ग्रॉसर ‘वॉर’ के रूप में मिली
- ‘वॉर’ ऋतिक रोशन के कॅरिअर की पहली 300 करोड़ी फिल्म बनी
- ‘वॉर’ टाइगर श्रॉफ के लिए 200 और 300 करोड़ कमाने वाली पहली फिल्म साबित हुई
गगन गुर्जर
Oct 25, 2019, 08:35 AM IST
डीबी ओरिजिनल डेस्क. वर्ष 2019 फिल्मों की कमाई के लिहाज से अब तक बहुत बेहतर साबित हुआ है। खासकर अक्षय कुमार, ऋतिक रोशन और टाइगर श्रॉफ के लिए यह साल शानदार रहा। अक्षय ने जहां अपने 32 साल के फिल्मी कॅरिअर में पहली बार ‘मिशन मंगल’ के साथ में 200 करोड़ के क्लब में एंट्री ली, तो वहीं ऋतिक और टाइगर ‘वॉर’ के साथ पहली बार 300 करोड़ के क्लब में जा पहुंचे।
बॉलीवुड ट्रेड एनालिस्ट के मुताबिक, इस साल न केवल बॉक्स ऑफिस कलेक्शन बढ़ा है, बल्कि हिट फिल्मों की संख्या में भी बढ़ोतरी देखने को मिली है। ट्रेड एक्सपर्ट तरन आदर्श का मानना है बॉक्स ऑफिस ने यह दौर कई साल बाद देखा है। उन्होंने दैनिक भास्कर से बातचीत में कहा, ‘‘इस साल बहुत सारी फिल्में चली हैं। बड़ी संख्या में लोग सिनेमाघरों तक पहुंचे हैं। यह साल पिछले कई सालों के मुकाबले काफी अच्छा रहा है। इस साल हिट की संख्या भी बढ़ी है। यह बॉक्स ऑफिस के लिए बहुत अच्छी बात है।’’
कलेक्शन में इजाफे की वजह
आदर्श का मानना है कि बॉक्स ऑफिस पर कहानियां अच्छी आ रही हैं। इस वजह से लोग सिनेमाघरों में जा रहे हैं और बेहतर बॉक्स ऑफिस परिणाम सामने आ रहे हैं। वे कहते हैं कि हमारे फिल्ममेकर्स भी नई-नई और बेहतर कहानियां दर्शकों तक पहुंचाने की लगातार कोशिश कर रहे हैं।
मल्टीप्लेक्स मालिक, फिल्म डिस्ट्रीब्यूटर और एनालिस्ट राज बंसल इस बारे में कहते हैं, ‘‘इसमें कोई शक नहीं है कि यह साल पिछले दो-तीन सालों के मुकाबले काफी अच्छा रहा। फिल्मों का अच्छा बिजनेस होने का मुख्य कारण सरकार द्वारा मनोरंजन पर जीएसटी को 28 से घटाकर 18% करना है। इसका सबसे बड़ा फायदा दर्शकों को हुआ। उन्हें फिल्में देखना सस्ता साबित हुआ।’’ राज दूसरी वजह कंटेंट को मानते हैं। उन्होंने बताया, ‘‘कंटेंट किंग है, इसमें कोई दो राय नहीं है। ‘उरी’ बेहद खूबसूरती से बनाई गई। ‘वॉर’ से अच्छी एक्शन फिल्म इंडिया ने पिछले 5-10 साल में नहीं देखी। ‘मिशन मंगल’ में साइंस को बहुत ही खूबसूरती से पारिवारिक परिवेश में ढालते हुए बड़े आसान तरीके से पेश किया गया।’’
सिर्फ 10 महीने में 4 हजार करोड़ पार
हिंदी बॉक्स ऑफिस पर इस साल अब तक करीब 195 (27 हॉलीवुड समेत) फिल्में रिलीज हो चुकी हैं, जिनका साझा कलेक्शन करीब 4418 करोड़ रुपए है। जबकि 2018 में 220 फिल्में आई थीं और सभी ने कुल 4422.31 करोड़ रुपए कमाए थे।
हॉलीवुड फिल्मों ने भी रिकॉर्ड कमाई की
इस साल बड़ा इजाफा हॉलीवुड फिल्मों की संख्या और कमाई में देखा गया है। पिछले साल जहां कुल 24 हॉलीवुड फ़िल्में आई थीं, जिनसे करीब 757 करोड़ रुपए की कमाई हुई थी। वहीं इस साल सिर्फ 10 महीने में 27 हॉलीवुड फिल्में रिलीज हो चुकी हैं, जिनसे करीब 1053 करोड़ रुपए का कारोबार हिंदी बॉक्स ऑफिस पर हुआ।
पिछले साल पूरे 10 महीने में बॉलीवुड की 18 फिल्में हिट रही थीं, जबकि इस साल अक्टूबर के तीसरे सप्ताह तक ही यह आंकड़ा हासिल हो गया है। चौथे सप्ताह में रिलीज हुईं तीनों फिल्मों ‘हाउसफुल 4’, ‘सांड की आंख’ और ‘मेड इन चाइना’ के हिट होने की संभावना जताई जा रही है। खासकर ‘हाउसफुल 4’ को लेकर माना जा रहा है कि यह बॉक्स ऑफिस पर 200 करोड़ रुपए का आंकड़ा पार कर सकती है।
नवंबर को छोड़कर दिसंबर में तीन बड़ी फिल्में कार्तिक आर्यन, भूमि पेडणेकर और अनन्या पांडे स्टारर ‘पति पत्नी और वो’, सलमान खान स्टारर ‘दबंग 3’ और अक्षय कुमार, करीना कपूर स्टारर ‘गुड न्यूज’ आने वाली हैं। ट्रेड पंडितों की मानें तो ये सभी बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचाएंगी।
ट्रेड एक्सपर्ट अतुल मोहन की मानें तो फिल्मों के लिए साल की आखिरी तिमाही गोल्डन साबित होती है। ज्यादातर फिल्ममेकर्स अक्टूबर से दिसंबर के बीच फिल्में रिलीज करना पसंद करते हैं। उनके मुताबिक, इस साल की आखिरी तिमाही (अक्टूबर से दिसंबर तक) रिलीज हुईं फ़िल्में बॉक्स ऑफिस पर 1000 करोड़ रुपए से ज्यादा का बिजनेस दे सकती हैं। अक्टूबर में अब तक 2 हॉलीवुड समेत करीब 20 फिल्में रिलीज हो चुकी हैं। इनका साझा रूप से बॉक्स ऑफिस कलेक्शन लगभग 387.14 करोड़ रुपए हैं, जिसमें करीब 58.85 करोड़ रुपए हॉलीवुड की दो फिल्मों से आया है।
और इस मामले में पिछले 6 साल में सबसे पीछे 2019
अगर बॉक्स ऑफिस पर सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्मों की बात करें तो 2019 पिछले 6 साल के सबसे कम स्कोर पर है। इस साल की हाईएस्ट ग्रॉसर ‘वॉर’ है, जिसने अब तक 301 करोड़ रुपए कमाए हैं। जबकि बीते 5 सालों की हर हाईएस्ट ग्रॉसर फिल्म ने 320 करोड़ रुपए से ज्यादा की कमाई की थी।
भारतीय फिल्म-टीवी और डिजिटल मीडिया इंडस्ट्री की 10 बड़ी बातें
- फेडरेशन ऑफ इंडियन चेंबर ऑफ कॉमर्स की रिपोर्ट के अनुसार भारतीय मीडिया और मनोरंजन उद्योग भी 11.6% की दर से लगातार बढ़ रहा है। इसके पीछे सबसे बड़ा कारण देश में तेजी से बढ़ते मोबाइल धारक और इंटरनेट यूजर्स का है।
- सभी भाषाओं को शामिल करें तो फिल्म इंडस्ट्री का मौजूदा कारोबार 13800 करोड़ रुपए का है, जो कि बीते वर्ष की तुलना में 10 फीसदी ज्यादा है। अगले वर्ष तक भारतीय फिल्म बाजार 25,787 करोड़ रुपए तक पहुंचने की संभावना है।
- इनमें हिंदी फिल्मों का योगदान करीब 43 फीसदी तक है, जबकि क्षेत्रीय भाषाएं रेवेन्यु में 50 फीसदी हिस्सेदार हैं।
- क्षेत्रीय फिल्मों के बाजार में दक्षिण भारतीय फिल्मों की हिस्सेदारी 36 फीसदी है। फिल्मों का असर मार्केटिंग पर भी नजर आ रहा है।
- वर्ष 2018 में सिर्फ भारतीय फिल्मकारों ने ही करीब 606 करोड़ रुपए फिल्मों की मार्केटिंग में खर्च किए। इस राशि का 75 फीसदी तक सिर्फ टेलीविजन और डिजिटल में ही खर्च किया गया।
- 285 करोड़ रुपए के साथ 47 फीसदी की हिस्सेदारी टेलीविजन और 28 फीसदी के साथ 170 करोड़ रुपए डिजिटल प्लेटफॉर्म पर खर्च किए गए।
- भारतीय फिल्मों की यह सफलता दर तब है, जबकि फिल्मकारों को 30 से ज्यादा अलग-अलग संस्थानों से 70 से ज्यादा स्वीकृतियां लेनी पड़ती हैं।
- टीवी के प्रति भी लोगों का रुझान बढ़ता ही जा रहा है। पिछले वर्ष इसमें 12 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई।
- टीवी इंडस्ट्री वर्ष 2017 के 660 अरब रुपए के कारोबार से बढ़कर 2018 में 740 अरब रुपए की हो गई।
- मीडिया और इंटरनेटमेंट के दूसरे सेक्टर्स की तरह ही डिजिटल मीडिया में भी 42 फीसदी की बढ़त पिछले वर्ष दर्ज की गई। इस उद्योग का कुल रेवेन्यु 169 अरब रुपए रहा।