विधान सभा चुनावों के लिए नामांकन भरने के तीसरे दिन मंगलवार को गुड़गांव जिला के बादशाहपुर विधानसभा क्षेत्र से लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी के एक उम्मीदवार तथा गुड़गांव विधानसभा क्षेत्र से एक आजाद व सोशलिस्ट यूनिट सेंटर ऑफ इंडिया (कम्युनिस्ट) पार्टी के एक उम्मीदवार सहित कुल तीन प्रत्याशियों ने अपने नामांकन भरे। जिला के सोहना और पटौदी विधानसभा क्षेत्रों में मंगलवार को भी एक भी नामांकन दाखिल नहीं किया गया। इन्हें मिलाकर अब तक जिला में 6 नामांकन दाखिल हो चुके हैं।
गुड़गांव विधानसभा क्षेत्र से 57 वर्षीय राव भोपाल सिंह, सुपुत्र निहाल सिंह राव निवासी राजनगर ने आजाद उम्मीदवार के तौर ताल ठोका है। राव भोपाल सिंह नगर निगम में एक्सईएन के पद पर तैनात थे। उनका केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह से पारिवारिक संबंध है। इस चुनाव में भी भीतर खाने इंद्रजीत सिंह भोपाल को समर्थन कर रहे हैं। उनके द्वारा भरोसा दिलाए जाने के बाद ही भोपाल सिंह ने नगर निगम के एक्सईएन पद से इस्तीफा देकर चुनाव में ताला ठोका है। इसके अलावा 51 वर्षीय वजीर सिंह सुपुत्र ममन राम निवासी लक्ष्मण विहार गुड़गांव ने सोशलिस्ट यूनिट सेंटर ऑफ इंडिया कम्युनिस्ट पार्टी के उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन भरा है।
बादशाहपुर विधान सभा क्षेत्र में 54 वर्षीय सतीश कुमार सुपुत्र धर्मपाल सिंह निवासी गांव खेंटावास जिला गुड़गांव ने अपना नामांकन लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी के उम्मीदवार के रूप में दाखिल किया है। जिला के पटौदी तथा सोहना विधानसभा क्षेत्रों से अब तक एक भी नामांकन नहीं भरा गया है।
उधर, मेवात के तीनों विधानसभा क्षेत्र नामत: नूंह, फिरोजपुर झिरका और पुन्हाना से अबतक एक भी उम्मीदवार ने नामांकन नहीं भरा है। मंगलवार को तीसरे दिन भी किसी ने नामांकन नहीं भरा।
टिकट न मिलने से नाराज रहीस ने उतारे भाजपा के झंडे, फिर निर्दलीय लड़ेंगे चुनाव
नूंह| भारतीय जनता पार्टी से टिकट नही मिलने से नाराज विधायक रहीस खान ने अपने निवास स्थान पर मंगलवार को कार्यकर्ता बैठक करने के बाद भाजपा के झंडे उतारकर एक बार फिर निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ने का फैसला कर लिया। सोमवार को जैसे ही भाजपा ने टिकटों का ऐलान किया तो रहीस खान की बजाय पुन्हाना से नौक्षम चौधरी को दे दिया गया। जिससे सोमवार रात से ही रहीस खान के निवास स्थान पर कार्यकर्ताओं का जमावड़ा लग गया। कार्यकर्ताओं ने जोर शोर से बीजेपी विरोधी नारेबाजी कर जगह-जगह से घरों व गाड़ियों में लगे बीजेपी के झंडे, पोस्टर, फैंकने शुरू कर दिए। वहीं रहीस खान के कार्यकर्ताओं ने भी अपने – अपने गांव में लगे कमल के फूल वाले झंडों को नालियों में फेंक दिए। वहीं रहीस ने निर्दलीय चुनाव में कूदने का ऐलान कर दिया। रहीस खान ने कहा कि पुन्हाना क्षेत्र के लोगों की भलाई एवं विकास कार्यों के लिए सभी को भारतीय जनता पार्टी से जोड़ा था। लेकिन 4 साल पूरे तन मन धन से साथ देने के बाद भी पार्टी ने उनके साथ विश्वासघात किया है। उन्हें अभी भी विश्वास नहीं हो रहा कि भाजपा ऐसा उसके साथ कैसे कर सकती है। बता दें, कि 2014 के विधानसभा चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी रहीस खान ने इनेलो के मोहम्मद इलियास और इकबाल जेलदार सहित कांग्रेस प्रत्याशी को 3141 वोट से हराया था।
नूंह. रहीस खान के निवास स्थान से भाजपा के झंडे उतारते हुए।