- चंद्रबाबू बेंगलुरु में देवेगौड़ा से मिले, जेडीएस प्रमुख पहले ही राहुल को प्रधानमंत्री बनाने का समर्थन कर चुके हैं
- नायडू चाहते हैं- एनडीए को बहुमत नहीं मिलने पर विपक्षी दल एकजुट होकर सरकार बनाने का दावा पेश करें
- आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री ने दिल्ली, लखनऊ और कोलकाता में गैर-एनडीए दलों के नेताओं से मुलाकात की थी
बेंगलुरु. 23 मई को चुनाव नतीजों से पहले विपक्ष को एकजुट करने के लिए आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू अलग-अलग दलों के नेताओं से मिल रहे हैं। मंगलवार रात उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री और जेडीएस प्रमुख एचडी देवेगौड़ा से मुलाकात की। बेंगलुरु में हुई बैठक में कर्नाटक के मुख्यमंत्री कुमारस्वामी भी मौजूद रहे। तेदेपा प्रमुख नायडू ने चर्चा के बाद कहा कि जेडीएस नेता प्रधानमंत्री पद के लिए राहुल गांधी को प्राथमिकता दे रहे हैं। इसमें कोई बुराई नहीं है। नतीजों के बाद मिलकर इस पर चर्चा करेंगे।
देवेगौड़ा ने कहा कि जब तक नतीजों का ऐलान नहीं हो जाता है, हम गठबंधन को लेकर कोई चर्चा नहीं कर रहे। हालांकि, वे पहले कह चुके हैं कि जब राहुल गांधी प्रधानमंत्री बनेंगे तो अनुभव के आधार पर मैं उनके बगल में बैठूंगा। इससे पहले दिल्ली में राहुल गांधी के साथ मुलाकात के दौरान नायडू ने कहा था कि हमें चुनाव नतीजों के लिए रणनीतिक तौर पर तैयार रहना चाहिए। अगर भाजपा बहुमत से दूर रहती है, तो हमें सरकार बनाने के लिए मजबूत दावा पेश करने की तैयारी करनी चाहिए।
भाजपा विरोधी मोर्चा तैयार करने में जुटे हैं नायडू
चंद्रबाबू कुछ महीने पहले तक एनडीए का ही हिस्सा थे। आंध्र को विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिलने से नाराज होकर उन्होंने वह खेमा छोड़ दिया। गैर-एनडीए दलों को एक साथ लाने के लिए नायडू बीते शनिवार-रविवार को दो बार कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और राकांपा नेता शरद पवार से मुलाकात कर चुके हैं। इसके बाद सोमवार को कोलकाता में बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मिले थे। उन्होंने यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी, आप संयोजक अरविंद केजरीवाल, भाकपा नेता सुधाकर रेड्डी, लोकतांत्रिक जनता दल के नेता शरद यादव, बसपा प्रमुख मायावती और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से भी चर्चा की थी।
शिवसेना ने कहा था- नायडू बेवजह खुद को थका रहे
चंद्रबाबू की कोशिशों पर एनडीएस की सहयोगी पार्टी शिवसेना ने सामना के संपादकीय में उन पर तंज कसा था। शिवसेना ने कहा था कि चंद्रबाबू बेवजह खुद को थका रहे हैं। विपक्ष में पहले ही प्रधानमंत्री पद के लिए पांच नेता लाइन में हैं। उम्मीद है कि आपका उत्साह 23 मई तक बना रहेगा।
2014 लोकसभा चुनाव में किस पार्टी को कितनी सीटें मिली
पार्टी | सीट |
भाजपा | 282 |
कांग्रेस | 44 |
तृणमूल कांग्रेस | 34 |
बीजू जनता दल | 20 |
तेलुगु देशम पार्टी | 16 |
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी | 6 |
समाजवादी पार्टी |
5 |
आम आदमी पार्टी | 4 |
बहुजन समाज पार्टी | 0 |