जयपुर.उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने 21 जनवरी को बतौर प्रदेश अध्यक्ष पांच साल पूरे कर लिए। पायलट को जब अध्यक्ष की कुर्सी सौंपी गई थी, उस समय कांग्रेस विधानसभा चुनाव में महज 21 सीटों पर सिमट गई थी। आज कांग्रेस फिर सत्ता में है। अशोक गहलोत मुख्यमंत्री हैं। पायलट भी प्रबल दावेदार थे। इसलिए, भाजपा विधायक राजेंद्र राठौड़ ने भी पिछले दिनों सदन में तंज कसा कि मेहनत उपमुख्यमंत्री पायलट ने की और किस्मत गहलोत जी की खुली।
ऐसे तमाम सवालों पर भास्कर ने पायलट से बातचीत की।पायलट ने कहा- पार्टी का कोई भी कार्यकर्ता या नेता किसी पद की लालसा में काम नहीं करता। मैं प्रदेश अध्यक्ष और उपमुख्यमंत्री हूं। पार्टी ने जो जिम्मेदारी है, उसे पूरी मेहनत और शिद्दत के साथ कर्तव्य निभा रहा हूं। हमारा फोकस अब लोकसभा में सभी 25 सीटें जीतने पर है।
सवाल: भाजपा वाले तंज कसते हैं कि मेहनत आपने की। 5 साल में प्रदेश में 5 लाख किमी की यात्रा की। सरकार के खिलाफ आंदोलन चलाए। लेकिन, किस्मत किसी और की खुली? क्या कहेंगे आप?
जवाब:पार्टी का कोई भी कार्यकर्ता या नेता किसी पद की लालसा में काम नहीं करता। मैं प्रदेश अध्यक्ष और उपमुख्यमंत्री हूं। पार्टी ने जो जिम्मेदारी है उसकापूरी मेहनत और शिद्दत के साथ कर्तव्य निभा रहा हूं।
सवाल : राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा 10 दिन में कर्ज माफ कर देंगे। सरकार कहती है कर्ज माफ होगा, होगा…और होगा? जनता एवं विपक्ष, तारीख पूछ रहे हैं?
जवाब : सरकार ने शपथ लेने के 48 घंटे में किसानों के 2 लाख रुपए तक के लोन माफ करने का निर्णय किया। भूमि विकास बैंक एवं सीसीबी के लघु एवं सीमांत कृषकों के अवधिपार 2 लाख रुपए तक के बकाया मध्यकालीन एवं दीर्घकालीन ऋण माफी का फैसला किया। यही नहीं, समय पर लोन चुकाने वाले किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए विशेष पैकेज ला रही है। किसानों को कर्ज से जल्द राहत मिलेगी।
सवाल : पिछली सरकार के 6 महीनों में की गई घोषणाओं या कार्यों की समीक्षा के लिए मंत्री मंडलीय उपसमिति गठित कर दी। ऐसा क्यों किया गया ?
जवाब : हम कोई बदले की भावना से काम नहीं कर रहे हैं। न ही किसी योजना को रोका गया है। चुनाव से पहले आनन-फानन में घोषणाएं की गई। इसमें घोटाले की बू आ रही है। बस, ऐसे फैसलों का अध्ययन और रिव्यू किया जा रहा है।
सवाल : आपने जन घोषणा पत्र में कहा कि युवाओं को 3500 रुपए का बेरोजगारी भत्ता देंगे? युवा सरकार की तरफ उम्मीद भरी नजरों से देख रहे हैं?
जवाब: पार्टी की जीत में युवाओं का जबर्दस्त समर्थन रहा है। हमारी सरकार बेरोजगारी से जूझ रहे युवाओं को रोजगार उपलब्ध करवाएगी। युवाओं को बेरोजगारी भत्ता दिया जाएगा।
सवाल : लोकसभा चुनाव में पिछली बार एक भी सीट नहीं मिली थी। इस बार कितनी सीटें मिलने कीउम्मीद है?
जवाब : उपचुनाव में अजमेर एवं अलवर सीट जीत चुके हैं। हमारा फोकस अब 23 सीटों पर है। पार्टी कार्यकर्ताओं में उत्साह है। जोश है। सभी सीटें जीतने के लिए कड़ी मेहनत करेंगे।
सवाल : कांग्रेस सरकार निकायों एवं पंचायतीराज संस्थाओं के चुनाव लड़ने के लिए अनिवार्य शैक्षणिक योग्यता की बाध्यता खत्म क्यों कररही है?
जवाब : राजनीति में पढ़े-लिखे लोग आएं। यह कांग्रेस भी चाहती है। लेकिन, सरकार को यह अधिकार नहीं है कि कोई व्यक्ति किसी कारण पढ़ने से वंचित रह गया तो उसे चुनाव लड़ने का अधिकार छीन लिया जाए। सांसद एवं विधायक के लिए शिक्षित होना जरूरी नहीं। लेकिन,पंच-सरपंच के लिए आवश्यक। यह दोहरे मापदंड नहीं होने चाहिए। इसलिए, सरकार ने कानून में संशोधन का निर्णय किया है।
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