वापी.गुजरात के पारडी के उमरसाड़ी गांव का एक मछुआरा रविवार रात को समुद्र में मछली पकड़ने गया था। इस दौरान नाव के किनारे पेशाब करने लगा। तभी अचानक तेज हवा का झोंका आया और वह समुद्र में गिर गया। इसके बाद बह कर दूर चला गया। मछुआरे ने 12 घंटे तक समुद्र में तैर कर अपनी जान बचाई। मछुआरे का नाम ईश्वर कांतिलाल टंडेल है।
ईश्वर ने बताया, “मैं अपने दो साथी के साथ समुद्र में मछली पकड़ने गया था। मैं पहले नाव चला रहा था। मुझे पेशाब करने की इच्छा हुई तो मैं नाव के किनारे की तरफ गया। तभी हवा का तेज झोंका आया और मैं समुद्र में गिर गया। मेरे साथियों को मेरे बारे में पता नहीं चला।”
हिम्मत नहीं हारी : ईश्वर ने बताया कि मैंने इस दौरान हिम्मत नहीं हारी। मुझे विश्वास था कि मैं तैरकर किनारे लग जाऊंगा। मैं जानता था कि तैरते-तैरते कोई ना कोई बोट तो मिल ही जाएगी। कई घंटे बीत गए, पर कोई बोट नहीं मिली। मैंने तैरते हुए किनारे आने का निश्चय किया। 12 घंटे तैरने के बाद कोसंबा की एक बोट दिखाई दी। मैंने आवाज लगाई। उन्होंने मुझे देखा और फौरन रस्सी फेंक कर मेरी जान बचाई।
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