पानीपत. रोहतक में करीब 12 साल पहले पेपर लीक मामले में सस्पेंड चल रहे नेवी के लेफ्टिनेंट गुलाब ने तीन साथियों के साथ मिलकर एक फैक्ट्री में फर्जी रेड मारी। खुद को सीबीआई की टीम बताकर उद्यमी और उसकी पत्नी को जेल भेजने की धमकी दे एक करोड़ रुपए मांगे। बाद में आरोपी 3 लाख रुपए लेकर चले गए। उद्यमी ने शक होने पर केस दर्ज कराया था। सीसीटीवी कैमरे में आरोपियों की कार का नंबर आया। पुलिस ने जांच करके नेवी के पूर्व लेफ्टिनेंट गुलाब को गिरफ्तार कर लिया, जिसे 2 दिन के रिमांड पर लिया है।
मॉडल टाउन थाना एसएचओ अमित कुमार ने बताया कि 47 वर्षीय आरोपी गुलाब सोनीपत के खानपुर कलां गांव का रहने वाला है। वह नेवी में लेफ्टिनेंट के पद पर कार्यरत था। 2006 में नेवी की भर्ती हुई थी। जिसमें पेपर लीक करने के आरोप में गुलाब गिरफ्तार हुआ था। आरोपी नेवी से सस्पेंड चल रहा है। उसने कबूला कि 20 अक्टूबर को आरोपी गुलाब व उसके तीन साथी जाटल रोड पर गाबा चौक स्थित हाईटेक एग्रो इंडस्ट्रीज नाम की फैक्ट्री में पहुंचा। फैक्ट्री मालिक शमीम अहमद को सीबीआई टीम बताकर 3 लाख रुपए वसूले थे। शमीम अहमद असंध रोड पर ज्योति नगर के रहने वाले हैं। उनकी फैक्ट्री में टेक्सटाइल की मशीनें व मशीनें बनती हैं।
20 अक्टूबर शाम करीब 3 बजे फैक्ट्री में बने ऑफिस में कर्मचारी जितेंद्र और ठेकेदार हेमंत कुमार के साथ बैठा था। तभी 4 व्यक्ति आए। बोले कि हम सीबीआई से हैं। मेरा मोबाइल स्विच ऑफ कर दिया। जितेंद्र को बाहर भेजने लगे तो मैंने रोक लिया। तब उसका भी मोबाइल बंद कर दिया। वे फैक्ट्री के बिलिंग में गोलमाल करने, टैक्स पूरा नहीं भरने समेत कई आरोप लगा धमकाने लगे। जेल भेजने का डर दिखाकर एक करोड़ रुपए मांगें, फिर पांच लाख पर आ गए, इसके बाद 3 लाख रुपए लेकर चले गए।
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