पटना, सनाउल हक़ चंचल-
बिहार: नीतीश और सुशील मोदी की ‘अग्निपरीक्षा’, कल साबित करेंगे बहुमत
बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद नीतीश कुमार ने शुक्रवार को कैबिनेट बैठक बुलाई। इस बैठक में 28 जुलाई को विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने का फैसला किया गया। शुक्रवार को ही नीतीश कुमार बहुमत साबित करेंगे।
इससे पहले बुधवार को महागठबंधन से इस्तीफा देने के बाद आज सुबह नीतीश कुमार ने छठी बार बतौर बिहार के सीएम पद की शपथ ली। उनके अलावा बीजेपी नेता सुशील मोदी ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली है। इस समारोह में केन्द्रीय मंत्री जेपी नड्डा और भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री अनिल जैन भी शामिल हुए।
मंत्रिमंडल समन्वय विभाग के प्रधान सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा मेहरोत्रा ने बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और सुशील कुमार मोदी के बेहद संक्षिप्त राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में सत्र के लिए दो एजेंडा तय किए गए हैं। पहला एजेंडा पूर्ववर्ती महागठबंधन सरकार के 28 जुलाई से 3 अगस्त तक दोनों सदनों का पांच दिवसीय मानसून सत्र बुलाने के फैसले को रद्द करना है। उन्होंने कहा, ‘दूसरा एजेंडा विश्वास मत हासिल करने के लिए कल विधानसभा का एक दिवसीय सत्र बुलाना है।’
243 सदस्यीय बिहार विधानसभा में बहुमत का आंकड़ा 122 है। नीतीश कुमार सरकार के पास 132 विधायकों का समर्थन हैं जिसमें से 71 विधायक जदयू के , 53 भाजपा के, दो रालोसपा के, दो एलजीपी के , एक एचएएम का और तीन निर्दलीय विधायक हैं।
वहीं राजद ने कांग्रेस के 27, माकपा-एमएल के दो विधायकों और कुछ निर्दलीय विधायकों का समर्थन होने का दावा किया है। राजद नेताओं ने यह भी दावा किया कि भाजपा के खिलाफ 2015 बिहार विधानसभा चुनाव जीतने वाले कई जदयू विधायक कल होने वाले विश्वास मत के दौरान उनके पाले में आ सकते हैं।
शपथ लेने के बाद नीतीश कुमार ने कहा कि उनका निर्णय बिहार के विकास और बिहार के लोगों के हित के लिए लिया गया है। उन्होंने विपक्षी दलों की ओर से हो रही आलोचना के विषय में कहा कि समय आने पर सभी को जवाब दूंगा। वहीं डिप्टी सीएम सुशील मोदी बोले कि विकास हमारी प्राथमिकता है, बिहार को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दी नीतीश और सुशील मोदी को बधाई
शपथग्रहण समारोह के तुरंत बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर नीतीश कुमार और सुशील मोदी को बधाई दी। इसके साथ ही उन्होंने बिहार के उज्जवल भविष्य की कामना की।’