कांग्रेस ने अंतरराष्ट्रीय रेटिंग एजेंसी मूडीज द्वारा भारत की वित्तीय साख में सुधार को देश की जमीनी सच्चाई से दूर बताते हुये कहा है कि मोदी सरकार विदेशी रेटिंग एजेंसियों की रिपोर्ट की आड़ में देश का मूड नहीं समझ पा रही है.
कांग्रेस प्रवक्ता राजीव शुक्ला ने शुक्रवार को संवाददाताओं से कहा कि देश में विभिन्न चुनावों से पहले किसी विदेशी एजेंसी की क्रेटिड रेटिंग जारी हो जाती है, लेकिन अब तक किसी भारतीय एजेंसी की कोई रेटिंग नहीं आयी है जो देश की वास्तविक आर्थिक स्थिति को उजागर कर सके
शुक्ला ने कहा कि अगर इन रेटिंग रिपोर्टों को सही मान भी लिया जाये तो आर्थिक विकास दर और सकल घरेलू उत्पाद में लगातार गिरावट क्यों आ रही है. उन्होंने कहा कि आर्थिक मोर्चे पर देश की जमीनी हकीकत बहुत खराब है. शुक्ला ने कहा कि मोदी जी बतायें कि क्या वह वाशिंगटन से चुनाव लड़ना चाहते हैं.
इससे पहले कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था को नष्ट करने के बाद मोदी सरकार अपनी खोई साख को छुपाने के लिये इस तरह की रिपोर्टों को तिनके की तरह बटोर रही है. उन्होंने कहा ‘मोदी जी और मूडी की जोड़ी, दोनों देश का मूड भांपने में पूरी तरह से नाकाम रही है.’
सुरजेवाला ने वित्त मंत्री अरुण जेटली को भी आड़े हाथों लेते हुये कहा कि उन्हें यह याद रखना चाहिये कि मूडी, एस एंड पी और अन्य रेटिंग एजेंसियां अमेरिका में आर्थिक मंदी से पहले हालात का अंदाजा लगाने में पूरी तरह से नाकाम साबित हुयी थीं.