चंडीगढ़। जालंधर, अमृतसर व पटियाला के मेयरों के चुनाव, हाउस के गठन व शपथ की प्रक्रिया 23 व 25 जनवरी को करवाने की तैयारी सरकार ने शुरू कर दी है। मुख्यमंत्री आवास से मेयरों के चयन को लेकर चार मंत्रियों की ड्यूटी लगा दी गई है। तीनों शहरों में हुए स्थानीय निकाय चुनाव से निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू को जिस प्रकार मुख्यमंत्री की कूटनीति ने दूर रखा था, उसी प्रकार मेयरों के चुनाव की प्रक्रिया से भी सिद्धू को दूर रखने की कवायद की जा रही है।
सिद्धू के कांग्रेस ज्वाइन करने से लेकर विधानसभा चुनाव में टिकट देने और डिप्टी सीएम व कैबिनेट मंत्री बनने तक को लेकर चल रही पार्टी की सियासत अभी थमी नहीं है। निकाय व पर्यटन मंत्री बनने के बाद भी सिद्धू ने महकमे के विस्तार की मांग उठाकर कैप्टन के लिए थोड़ी मुश्किलें पेश की थीं।
उसके बाद से लेकर आज तक लगातार अपने आक्रामक रवैये के चलते कांग्रेसियों में जगह बनाने वाले सिद्धू को मौका मिलते ही किनारे कर दिया जाता रहा है। सियासी कूटनीति का यह सिलसिला निकाय चुनाव के बाद अब मेयरों के चुनाव में भी जारी है। शायद यही वजह है कि तीनों में से किसी भी शहर में मेयरों के चुनाव को लेकर सिद्धू की आधिकारिक तौर पर ड्यूटी नहीं लगाई गई है। हालांकि, मंत्री होने के नाते सिद्धू की मौजूदगी को दरकिनार नहीं किया जा सकता।
अमृतसर में मेयर का चुनाव 23 को करवाने की लगभग पूरी तैयारी कर ली गई है। वहीं, जालंधर व पटियाला में 25 को। इस संबंध में निकाय विभाग की तरफ से चुनाव में जीते पार्षदों को हाउस के गठन व शपथ के लिए आधिकारिक तौर पर सूचना भी भेजी जा चुकी है। देखना यह है कि हाउस के गठन के दौरान ही पार्टी मेयरों का चुनाव करवा देती है कि हाउस के नेता (मेयर) का चुनाव हाउस के गठन के बाद अगली बैठक में करती है। नियमानुसार तो हाउस के गठन के बाद ही हाउस के नेता का चुनाव हो जाना चाहिए। उसके बाद उसे ही अगली बैठक बुलाने का अधिकार होता है।
इनकी लगी ड्यूटियां
मुख्यमंत्री कार्यालय के सूत्रों के अनुसार चार कैबिनेट मंत्रियों को तीनों शहरों के मेयरों के चुनाव की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इनमें तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा को अमृतसर, अरुणा चौधरी को जालंधर, ब्रह्म मोहिंदरा व साधू सिंह धर्मसोत को पटियाला में मेयर के चुनाव व हाउस के गठन की जिम्मेवारी दी गई है। मेयरों के चुनाव को लेकर इन्होंने पार्षदों के साथ बैठकें कर नाम फाइनल कर लिए हैं और मुख्यमंत्री व पार्टी प्रधान सुनील जाखड़ की मंजूरी के बाद अहम भूमिका निभानी है।