उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह के खिलाफ 2 नवंबर 1990 को अयोध्या में विवादित ढांचे को तोड़ने की कोशिश करते कारसेवकों पर गोली चलाने के कथित आदेश देने के मामले में मंगलवार को फैज़ाबाद की एक अदालत में केस दर्ज़ किया गया.
पुलिस की गोलीबारी में मारे गए रमेश कुमार पांडे नाम के व्यक्ति की विध्वा पत्नी गायत्री देवी ने ये मामला दायर किया है. शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि उन्होंने इस घटना में अपने पति को खोया, लेकिन वो इस बात से अंजान थीं कि गोली चलाने के आदेश किसने दिए थे.
लेकिन 22 नवंबर को अपने 79वें जन्मदिन के मौके पर समाजवादी पार्टी के मुख्यालय में दिए मुलायम सिंह के भाषण का हवाला देते हुए शिकायतकर्ता ने कहा कि अब ये स्पष्ट हो गया है कि किसने बेगुनाह लोगों पर गोली चलाने के आदेश दिए थे और इसलिए उन्हें सज़ा मिलनी चाहिए. दरअसल अपने भाषण में मुलायम सिंह ने कहा था कि अयोध्या में कार सेवकों पर गोली चलाने का आदेश देने के बाद भी पार्टी को चुनाव में बहुत कम सीटें नहीं मिली थीं.
अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट रवींद्र दूबे ने सुनवाई के बाद मामले पर अपने आदेश सुरक्षित रखे. मुलायम सिंह पर शिकायतकर्ता ने साज़िश और हत्या के आरोप लगाए हैं.