चंडीगढ़ 8 जुलाई
थाईलेंड में आयोजित हीरोस कप में भारतीय टीम ने झंडे गाड़ दिये। भारत के खिलाडिय़ों ने सात स्वर्ण, तीन रजत और तीन कांस्य पदक जीते। कोच अमिता मरवाहा और मैनेजर अनुराग कपूर के नेतृत्व में टीम गई थी, जिसने अपना दम दिखाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। यह हीरोस कप थाईलेंड की ऐसयुमप्शन यूनिवसिर्टी में आयोजित चैंपियनशिप में आनंद पांडीराजन, स्वर्ण कुमार, अजय पाल, हिमांशी मरवाहा , अमिता मरवाहा, मोनी झा और यासमिन ने स्वर्ण पदक जीता। टीम में अमिता मरवाहा और हिमांशी मरवाहा पंचकूला से गई थी, जबकि यासमिन प्रवीन एवं मोनी झा चंडीगढ़ से गई थीं। प्रतियोगिता में भारत, नेपाल, हांगकांग, यूएसए, वियातमान, इंडोनेशिया, इरान, भूटान, वरमा, पाकिस्तान के खिलाडिय़ों ने हिस्सा लिया। इसी तरह अमिता मरवाहा ने दूसरे मुकाबलों में दो रजत और अनुराग कपूर ने एक रजत पदक जीता। वहीं मोनी झा, यासमिन और हिमांशी ने कांस्य पदक जीता। अमिता मरवाहा ने बताया कि उनकी टीम के खिलाडिय़ों ने सराहनीय प्रदर्शन किया।
अमिता मरवाहा 7 इंटरनेशनल मेडल जीत चुकी है। टीम की तरफ से खेलेंगी भी और बतौर कोच भी गई थीं।
आनंद पांडीराजन – इंटरनेशनल गोल्ड मेडलिस्ट हैं। एशियन गेम्स में गोल्ड मेडल जीत चुके हैं।
हिमांशी – कई नेशनल और इंटरनेशनल प्रतियोगिताओं में हिस्सा ले चुकी हैं और पांच इंटरनेशनल मेडल उनके नाम हैं।
अजय पाल सिंह – पुलिस गेम्स में सिल्वर मेडल जीत चुके हैं। ताईक्वांडों की कई प्रतियोगिताओं ने राष्ट्रीय स्तर पर पदक विजेता
हैं।
सरवन कुमार – इंटरनेशनल और नेशनल स्तर पर कई ताई क्वांडों प्रतियोगिताओं में मेडल जीते हैं।
अनुराग कपूर – पुलिस गेम्स में गोल्ड मेडलिस्ट हैं। नेशनल एवं इंटरनेशनल स्तर पर खेल चुके हैं।
यासमिन – कोकिवोन कप में ब्राउंज मेडल जीत चुकी हैं। उत्तरी जोन एवं ट्राइसिटी मं कई प्रतियोगिताएं खेल चुकी हैं। कई गोल्ड
एवं सिल्वर मेडल जीते हैं।
मोनी झा- भारत बनाम नेपाल प्रतियोगिता में रजत पदक विजेता रहीं हैं। नॉर्थ जोन एवं ट्राइसिटी में कई मेडल जीत चुकी हैं।