जम्मू कॉलोनी में हाईटेंशन तारों से हुए धमकाने की चपेट में आई कशिश की हालत में कोई सुधार नहीं है। शनिवार को उसका 11वां जन्मदिन था। हादसे के बाद वह एक बात ही बोल पाई कि वह जन्मदिन मना पाएगी या नहीं। इसके बाद उसने कुछ नहीं बोला। आग में 90 प्रतिशत झुलसी कशिश के पिता बबलू ने पीजीआई से फोन पर पार्षद निर्मल चौहान को बताया कि बेटी होश में नहीं है। पीजीआई में बच्ची के पिता को डॉक्टर्स ने कहा कि बच्ची की हालत बेहद नाजुक है। उधर, जगाधरी सिविल अस्पताल में भर्ती तन्नू की हालत में सुधार है।
परिवार के पास बच्चियों के इलाज के लिए पैसे नहीं| पीड़ित परिवार यूपी का रहने वाला है। यहां पर बबलू अपनी चार बेटियों और प|ी सुनीता के साथ जम्मू कॉलोनी में किराए के मकान में रहता है। दंपती मजदूरी कर अपना परिवार चलाते हैं। उनके पास बच्चियों के इलाज के लिए भी पैसे नहीं है। बबलू कशिश के पास पीजीआई में है और सुनीता तन्नू के पास जगाधरी अस्पताल में है। हादसे में बाल-बाल बची सुगन और अन्नया यहां किसी रिश्तेदारी में भेजी गई हैं। जम्मू कॉलोनी के कुछ परिवार उनकी हेल्प कर रहे हैं।
हम बयानों के आधार पर कार्रवाई करेंगे| गांधी नगर चौकी इंचार्ज अनिल राणा का कहना है कि परिवार के लोग जो बयान देंगे, उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी। कहा जा रहा है कि इस मामले में मकान मालिक पर गाज गिर सकती है।
धमाके के साथ तीन घरों में आग लग गई थी| शुक्रवार को जम्मू कॉलोनी में किराए के मकान में रहने वाली सुनीता की चार बेटियां पांच दिन पहले लिए मकान की छत पर जाकर अपने स्कूल की बिल्डिंग देख रही थी। वे 66 केवी की लाइनों से संपर्क हुआ और जोर से धमाका हुआ। इसमें तीन घरों में आग लग गई थी। वहीं कशिश बुरी तरह से झुलस गई थी।
1 फरवरी को प्रकाशित खबर।