हरियाणा में दो ड्रग तस्करों की संपति अटैच, अन्य पर भी बनाया निशाना नशा तस्कर बाज आएं ,किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा: मनोज यादब
चंडीगढ़ सुनीता शास्त्री।
मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के गतिशील नेतृत्व में हरियाणा पुलिस ने प्रदेश में नशे के ख़ात्मे के लिए जहां अपनी पूरी ताकत झोंक रखी है वहीं युवाओं की जिंदगी से खिलवाड़ करने वाले नशा माफियाओं की सम्पति अटैच की कार्यवाही भी शुरू कर दी है। हरियाणा पुलिस के प्रवक्ता ने आज यहां यह जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस द्वारा नशे की खिलाफ चलाई जा रही मुहिम के अंतर्गत फतेहाबाद जिला में एनडीपीएस अधिनियम के तहत गिरफ्तार किए गए दो तस्कर भाईयों की लाखों रुपये की सम्पतियां अटैच करने की संबंधित विभाग द्वारा मंजूरी मिल गई है। उन्होंने कहा कि सदर रतिया पुलिस ने नवम्बर 2018 में गश्त के दौरान एक टैक्टर से 9 क्विंटल 72 किलो 600 ग्राम कचरा डोडा पोस्त बरामद किया था। इस मामले में पुलिस ने गांव कलोठा निवासी दो भाई बलजीत व रणजीत को गिरफ्तार किया था। बलजीत और रणजीत दोनों के खिलाफ नशा तस्करी के अनेक मामले दर्ज है। पुलिस ने एनडीपीएस अधिनियम की धारा 68 एफ के तहत इनकी चल-अचल सम्पति अटैच करने के लिए सम्बंधित प्राधिकरण को पत्र लिखा था। अब प्राधिकरण द्वारा इनकी सम्पति अटैच की मंजूरी दे दी गई है और इस बारे राजस्व विभाग को भी सूचित कर दिया गया है।उन्होंने बताया कि बलजीत सिंह के लखविन्द्र की 4 कनाल 5 मरले 9 सरसाई जमीन व एक ट्रैक्टर तथा रणजीत सिंह के लडक़े की 4 कनाल 5 मरले 9 सरसाई जमीन को अटैच किया जाएगा। बलजीत पर कुल 12 मामले दर्ज है जिनमें 8 मामले एनडीपीएस एक्ट के है और वह अजमेर जेल में बंद है। वहीं रणजीत पर 6 मामले दर्ज है जिसमें 4 एनडीपीएस एक्ट के है और वह हिसार जेल में बंद है पुलिस की इस कार्रवाई से अब ड्रग तस्करों को एक कड़ा संदेश भी जाएगा कि अगर उन्होंने अब भी इस अवैध धंधे से किनारा नहीं किया तो उनकी भी सम्पति जब्त हो सकती है। इसी बीच पुलिस महानिदेशक श्री मनोज यादव ने कहा कि नशा तस्कर अपने काले कारनामों से बाज आएं अन्यथा उन्हें किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।