चंडीगढ़.मिशन-2019 के लिए कांग्रेस ने अपना मैनिफेस्टो तैयार करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। पार्टी के नेता अब फील्ड में निकल गए हैं। मैनिफेस्टो कमेटी में शामिल पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने मंगलवार को चंडीगढ़ में हरियाणा-पंजाब के किसानों से मुलाकात कर उनसे उनकी समस्याएं जानीं।
पत्रकारों से बातचीत में हुड्डा ने कहा कि किसानों का मुख्य मुद्दा कर्ज माफी है और यह प्रस्ताव ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी की मीटिंग में पहले ही पास हो चुका है। यूपीए की सरकार बनने पर किसानों का कर्ज माफ किया जाएगा। किसानों ने स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू करने, पराली जलाने के उपकरणों पर अनुदान देने, पराली को भी एमएसपी में शामिल करने, आवारा पशुओं से निजात दिलाने, खाद, कृषि उपकरण आदि जीएसटी से बाहर करने और पेट्रोल-डीजल को जीएसटी में शामिल करने के मुद्दे उठाए हैं।
हुड्डा ने कहा कि वे जल्द ही यूपी, बिहार, जाकर वहां के किसानों से बातचीत करेंगे। कमेटी में पंजाब के वित्त मंत्री मनप्रीत बादल भी शामिल हैं, वे चेन्नई में किसानों से मुलाकात करने गए हुए हैं। कमेटी एक महीने में रिपोर्ट तैयार कर एआईसीसी को सौंप देगी। एक सवाल पर कहा कि एसवाईएल पर इस मीटिंग में कोई चर्चा नहीं हुई। यह इस मीटिंग का एजेंडा भी नहीं था।
सांपला रैली का मुझे नहीं मिला निमंत्रण :सांपला में प्रधानमंत्री की रैली पर हुड्डा ने कहा कि मुझे सरकार की ओर से कोई निमंत्रण नहीं मिला। छोटूराम मंच की ओर एक कार्ड ऐसे भेजा गया था जैसे पोस्ट कार्ड भेजते हैं। दीपेंद्र हुड्डा स्थानीय सांसद हैं, इसलिए वे अनावरण समारोह में गए हैं।
यह कार्यक्रम सरकारी था, इसलिए सरकार को निमंत्रण भेजना चाहिए था। हुड्डा ने इनेलो की गोहाना रैली पर कहा कि वहां जो हुआ, वह नहीं होना चाहिए था। सूरजलपाल अम्मू का इस्तीफा नामंजूर करने और छात्रसंघ चुनाव पर एक दिन में दो आदेश जारी करने के सवाल पर पूर्व सीएम हुड्डा ने कहा कि यह सरकार यू-टर्न वाली सरकार है। कांग्रेस की आर्थिक स्थिति को लेकर किए गए सवाल पर कहा कि इसके बारे में मुझे पता नहीं है।
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