मानसा। पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी के सबसे बड़े चुनावी वादे किसान कर्ज माफी की शुरुआत मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कर दी है। उन्होंने मानसा में 46,556 किसानों की कर्जमाफी की योजना शुरू की। उधर, आम आदमी पार्टी ने कर्ज माफी की सूची में किसानों से भेदभाव का आरोप लगाते हुए सुबह से ही प्रदर्शन शुरू कर दिया। वे सीएम को काली झंडी दिखाने जा रहे थे। पुलिस विधायक व नेता प्रतिपक्ष सुखपाल सिंह खैहरा सहित आप के प्रमुख नेताओं को हिरासत में ले लिया है।
प्रदेश स्तरीय महत्वाकांक्षी कर्ज माफी कार्यक्रम में सूबे के विभिन्न जिलों के किसान पहुंचे। किसानों के खाने-पीने और बैठने की पूरी व्यवस्था की गई थी। किसानों को कार्यक्रम में पहुंचते ही ब्रेकफास्ट और चाय-पानी दिया गया, जबकि समारोह के समापन के बाद बंद पैकेट खाना भी दिया गया।
हर छोटे किसान का कर्ज माफ करेंगे, बड़े का नहीं : कैप्टन
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने समागम के दौरान कहा कि हर छोटे किसान का कर्ज माफ होगा, लेकिन बड़े का नहीं। बेशक किसी किसान का नाम सूची में है या नहीं। कर्ज माफी के बाद सरकार अब गांवों और शहरों के युवाओं को नौकरियां देने के लिए मुहिम चलाएगी। सीएम ने कहा कि कर्ज माफी की सूची में बरनाला के किसान द्वारा नाम न शामिल करने को लेकर की गई खुदकुशी की जानकारी झूठी है। वैसे भी बरनाला जिले का नाम कर्ज माफी की सूची में शामिल नहीं है, उसे अगले पड़ाव में शामिल किया जाएगा।
7 जिलों की पुलिस तैनात
समागम में किसी भी गड़बड़ी की आशंका के चलते कड़े सुरक्षा इंतजाम किए गए। आइजी बठिंडा रेंज की देखरेख में सात जिलों की पुलिस के 1800 पुलिस कर्मचारी, 175 खुफिया कर्मचारी, 4 बटालियनों की तैनाती की गई है। मानसा, फरीदकोट, बठिंडा, श्री मुक्तसर साहिब, मोगा और फिरोजपुर के जिला पुलिस प्रमुख, आइआरबी और कमांडोज की 7 कंपनियों के 4 कमांडर समागम में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। शरारती तत्वों पर नजर रखने के लिए 175 खुफिया कर्मचारी भी लगाए गए हैं।
पंजाब की कांग्रेस सरकार की तरफ से किसानों के कर्ज माफ करने के पहले पड़ाव को नाटक करार देते आम आदमी पार्टी के नेताओं ने कैप्टन अमरिंदर सिंह को आड़े हाथों लिया। कहा कैप्टन किसान और पंजाब विरोधी हैं। इस दौरान मुख्य कार्यक्रम स्थल की ओर कूच कर रहे आप नेताओं को पुलिस ने हिरासत में लिया, जिन्हें डेढ़ घंटे बाद छोड़ा गया।
नेता प्रतिपक्ष सुखपाल सिंह खैहरा ने कहा कि कैप्टन द्वारा किसान कर्ज माफी को लेकर आयोजित समागम एक नाटक है। नेताओं ने कहा कि सरकार ने इस समागम के लिए हेलीकाप्टर का प्रयोग, गायकों पर भारी खर्च, तथा अनावश्यक प्रबंधों पर करोड़ों रुपये बहाए हैं, जबकि वास्तविकता यह है कि जिन किसानों का कर्ज माफ किया गया है उनमें से ज़्यादातर किसान कांग्रेस समर्थक हैं।