फरीदाबाद। टिकट कटने के बाद कांग्रेस विधायक ललित नागर ने कहा कि षड्यंत्र और दबाव में आकर उनकी टिकट काटी गई है और टिकट भी ऐसे व्यक्ति को दी गई, जो कुछ ही समय में तीन-चार पार्टियां बदल चुका है। नागर ने अजरौंदा की बसंत वाटिका में कार्यकर्ताओं की बैठक की, जिसमें 84 गांवों के लोग मौजूद थे।
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इस दौरान नागर ने कहा कि वे टिकट कटने से आहत हैं और दो-तीन दिन में कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर फैसला लेंगे कि आगे क्या करना है। उन्होंने कहा कि उन्हें 13 अप्रैल को टिकट दी गई। इसके बाद उन्होंने फरीदाबाद लोकसभा क्षेत्र के सभी 9 विधानसभा क्षेत्रों में न केवल अपने चुनावी कार्यालय खोल दिए, बल्कि पोस्टर, बैनर और झंडे भी लगा दिए थे। उनके परिवार के 4-4 सदस्य सौ-सौ कार्यकर्ताओं और गाड़ियों के काफिलों के साथ चुनाव प्रचार में जुटे हुए थे।
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सौ से अधिक गांव कवर कर चुके थे। उनका आधा चुनाव लगभग खत्म हो चुका था और चुनाव एकतरफा लग रहा था। ऐसे में हमारी टिकट काटकर ऐसे व्यक्ति को दी गई। जो केवल अपने फायदे के लिए पार्टियां बदलता रहा है। पिछला लोकसभा चुनाव जब यह व्यक्ति हारा तो वह कांग्रेस छोड़ इनेलो में शामिल हो गया था।
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नागर ने कहा कि टिकट देने से पहले पार्टी को कम से कम यह तो देखना था कि पिछला लोकसभा चुनाव हारने के बाद से यह शख्स कांग्रेस पार्टी के लिए क्या कर रहा है। केवल अपने फायदे के लिए पार्टियां बदल रहा है। फिर भी पार्टी ने उसे टिकट दे दिया।