चंडीगढ़। आरएसएस नेता ब्रिगेडियर जगदीश गगनेजा और रविंदर गोसाईं की हत्या लुधियाना के शार्प शूटर रमनदीप सिंह उर्फ रमन कैनेडियन ने की थी। पुलिस की पूछताछ में रमन ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है। दूसरी ओर, इस ओर गगनेजा की हत्या के लिए हथियार उपलब्ध कराने के आरोप में गिरफ्तार जगतार सिंह जग्गी से जुड़े पांच लोगों को हिरासत में लिया है।
पंजाब पुलिस ने बुधवार को उसे मोगा की बाघापुराना अदालत में पेश किया, जहां से उसे सात दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया। 28 वर्षीय रमनदीप लुधियाना के चूहड़वाल (थाना मेहरबां) का रहने वाला है। उसने पूछताछ में स्वीकार किया कि उसने ही जनवरी 2016 से टारगेट करके सात कत्ल किए हैं। गगनेजा व गोसाईं का कत्ल अगस्त 2016 और अक्टूबर 2017 में किया गया था। रमन ने स्वीकार किया कि फरवरी 2016 में अमित शर्मा के कत्ल में भी उसका हाथ था। फरवरी 2017 में खन्ना के सतपाल कुमार और उसके पुत्र रमेश के अलावा जुलाई 2017 में पादरी सुल्तान मसीह की हत्याा भी उसी ने की थी।
आइएसआइ व केएलएफ के नेतओं के इशारों पर की हत्याएं
आइएसआइ व केएलएफ के नेतओं के इशारों पर की हत्याएं
रमन ने खुलासा किया कि वह अपने लक्ष्य का चुनाव करता था और आइएसआइ व खालिस्तान लिब्रेशन फोर्स (केएलएफ) के कुछ नेताओं के इशारों पर हत्याओं को अंजाम देता था। केएलएफ के इन नेताओं को पाकिस्तान ने शरण दी है। मोगा में डीजीपी, इंटेलीजेंस, दिनकर गुप्ता के साथ पहुंचे डीजीपी सुरेश अरोड़ा ने कहा की रमनदीप ने कई अन्य सनसनीखेज खुलासे किए हैं।
गुगनी की इस साजिश में बड़ी भूमिका
जांच के दौरान कई और कई तथ्य सामने आए हैं, जिनकी जांच की जा रही है। डीजीपी सुरेश अरोड़ा ने दावा किया है कि पूछताछ के दौरान एक अन्य आरोपी जालंधर के जगतार सिंह जौहल उर्फ जग्गी को गिरफ्तार किया था। उसने बताया कि नाभा जेल में बंद गैंगस्टर धर्मेंद्र गुगनी की इस साजिश में बड़ी भूमिका है।