Mirror 365 - NEWS THAT MATTERS

Dear Friends, Mirror365 launches new logo animation for its web identity. Please view, LIKE and share. Best Regards www.mirror365.com

Posted by Surinder Verma on Wednesday, June 17, 2020

वीडियो वायरल होने के बाद महिला प्रिंसिपल बोली, धमकी देकर बनाता था सीकेडी प्रधान संबंध

0
300

अमृतसर। चीफ खालसा दीवान (सीकेडी) के प्रधान के साथ आपत्तिजनक वीडियो वायरल होने के बाद महिला प्रिंसिपल ने प्रधान पर गंभीर आरोप लगाए हैं। प्रिंसिपल का कहना है कि प्रधान उसे आपराधिक मामले में फंसाने की धमकी देकर संबंध बनाने को मजबूर करता था। महिला ने प्रधान चरणजीत सिंह चड्ढा और उसके बेटे इंद्रबीर सिंह चड्ढा के खिलाफ पंजाब के डीजीपी सुरेश अरोड़ा और पुलिस कमिश्नर सुधांशु शेखर श्रीवास्तव को पत्र लिखकर न्याय की गुहार लगाई है।
सीकेडी के एक स्कूल में तैनात महिला प्रिंसिपल ने आरोप लगाया कि चरणजीत सिंह चड्ढा उसे किसी आपराधिक मामले में फंसाने की धमकी देकर कई बार संबंध बनाने के लिए मजबूर कर चुका है। पीड़िता ने पत्र में आरोप लगाया है कि प्रधान उसे कानूनी पचड़े में फंसाने की धमकियां देता रहा है। महिला ने बताया कि वह चीफ खालसा दीवान स्कूल में ही पढ़ी है और यहीं नौकरी कर रही है।
प्रधान चरणजीत सिंह चड्ढा का उसके प्रति पहले व्यवहार अच्छा था, लेकिन उसके पीछे की सच्चाई से वह अवगत नहीं थी। स्कूल में होने वाले बड़े उत्सवों की सारी जिम्मेदारी उसी (महिला) को सौंपी जाती थी। उत्सवों में आने वाले मेहमानों के स्वागत के लिए खर्च होने वाले पैसे भी वह पहले ही उसके खाते में जमा करवा देता था। इस बीच, उसे प्रधान के इरादों के बारे में भनक लगी थी।
महिला ने आरोप लगाया कि जब उसे पता चला कि प्रधान चरणजीत सिंह चड्ढा का चरित्र ठीक नहीं है तो उसने किनारा करना शुरू कर दिया। महिला ने आरोप लगाया कि इस दौरान प्रधान ने उसके साथ अश्लील हरकतें करनी शुरू कर दीं। फिर प्रधान ने संबंध बनाने के लिए उस पर दबाव बनाना शुरू कर दिया। जब उसने विरोध किया तो प्रधान ने उसे किसी केस में फंसाने की धमकियां देनी शुरू कर दी।
प्रधान ने उसे बताया कि उसके संबंध मुख्यमंत्री, कई मंत्रियों और बड़े पुलिस अधिकारियों के साथ हैं। अगर उसने संबंध नहीं बनाए तो वह उसे समाज में मुंह दिखाने के लायक नहीं छोड़ेगा। महिला ने बताया कि वह चीफ खालसा दीवान संस्था में ही पढ़ी है और यही नौकरी कर रही है। वह धार्मिक संस्था का सम्मान करती है इसीलिए किसी से शिकायत नहीं की कि संस्था की बदनामी होगी।