पंचकूला.सिरसा के पत्रकार रामचंद्र छत्रपति की हत्या के मामले में पंचकूला की विशेष सीबीआई अदालत में बुधवार को सुनवाई पूरी हो गई। दोनों पक्षों की अंतिम बहस के बाद कोर्ट ने फैसले के लिए 11 जनवरी की तारीख तय कर दी। 16 साल पुराने मामले में डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सहित चार आरोपी हैं। सुनवाई के दौरान आरोपी कृष्ण लाल, निर्मल व कुलदीप कोर्ट में मौजूद थे। गुरमीत को सुनारिया जेल से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेश किया गया। स्पेशल सीबीआई जज जगदीप सिंह ने आरोपियों को फैसले के दिन कोर्ट में पेश होने के आदेश दिए हैं। रोहतक की सुनारिया जेल के सुपरिंटेंडेंट को गुरमीत को पेश करने के निर्देश दिए हैं।
-
साध्वी यौन शोषण मामले मे जो लेटर लिखा गया था। उन्हीं लेटर्स के आधार पर रामचंद्र छत्रपति ने अपने अखबार में खबरों को प्रकाशित किया था। इस पर पहले तो छत्रपति पर दबाव बनाया गया। इसके बाद 24 अक्टूबर 2002 को उन पर गोलियों से हमला कर दिया। 21 नवंबर 2002 को दिल्ली के अपोलो अस्पताल में उनकी मौत हो गई। गुरमीत राम रहीम, कृष्ण लाल, निर्मल और कुलदीप पर साजिश रचकर हत्या करने का आरोप है। आरोप है कि बाइक पर आए कुलदीप ने गोली मारकर रामचंद्र की हत्या कर दी थी। उसके साथ निर्मल भी था। अब गुरमीत दो साध्वियों से यौन शोषण मामले में 20 साल की सजा काट रहे हैं। विशेष सीबीआई अदालत के जज जगदीप सिंह ने मामले में सजा सुनाई थी। अब छत्रपति हत्याकांड मामले की सुनवाई भी वे ही कर रहे हैं।
-
साध्वियों से यौन शोषण मामले में 25 अगस्त 2017 को राम रहीम को स्पेशल सीबीआई कोर्ट ने दोषी करार दिया था, तब पंचकूला सहित प्रदेशभर में हिंसा भड़क गई थी। 40 लोग मारे गए थे। 28 जुलाई को सजा सुनाने के लिए सुनारिया जेल में ही स्पेशल कोर्ट लगानी पड़ी थी। अब फिर गुरमीत को पंचकूला लाया जाएगा, इसलिए सुरक्षा व्यवस्था कड़ी करने की तैयारी शुरू कर दी गई है।
-
छत्रपति के बेटे अंशुल ने कहा कि इंसाफ के लिए लंबी लड़ाई लड़नी पड़ती है, लेकिन जब इंसाफ की उम्मीद बंध जाती है तो संतोष होता है। हमने एक ताकतवर दुश्मन के खिलाफ 16 साल तक इंसाफ के लिए लड़ाई लड़ी है। मुझे उम्मीद है कि 11 जनवरी को अदालत का बड़ा फैसला आएगा।