मोहाली। नगर निगम मेयर कुलवंत सिंह ने कहा कि मेरे मान सम्मान को ठेस पहुंची है। इसे लेकर मैं मानहानि का दावा करूंगा। सरकार की ओर से जारी किए गए प्रेस नोट अपने वकीलों को भेज दिए हैं। अब कानून के हिसाब से जो भी नोटिस बनता होगा वे भेजा जाएगा।
मेयर ने कहा कि उन्हें न तो सरकार की ओर से कोई नोटिस मिला है और न ही जारी किए गए प्रेस नोट की कॉपी भेजी गई है। प्रेस नोट मुझे कुछ मीडिया कर्मियों ने भेजा है या फिर शुक्रवार को समाचार पत्रों में खबर पढ़ने के बाद पता चला। मेयर ने कहा कि जिसके कहने पर प्रेस नोट जारी हुआ और प्रेस नोट में जिसके हस्ताक्षर थे, उन सबको केस में पार्टी बनाया जाएगा। ये सिर्फ मुझे बदनाम करने की साजिश थी। साजिश कौन कर रहा है के सवाल पर मेयर ने कहा कि यह सब जानते हैं।
मंत्री जी, गधे और घोड़े में फर्क होता है…
मीटिंग में मेयर ने कहा कि मंत्रीजी घोड़े और गधे में फर्क होता है। गधा ईंट व बोझा ढोने के काम आता है और घोड़ा लड़ाई जीतने के काम। स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू का नाम लिए बिना प्रूनिंग मशीन को लेकर हो रही राजनीति पर उन्होंने खरी खरी सुनाते हुए कहा कि मशीन को लेकर जो हो हल्ला किया जा रहा है वह बिल्कुल गलत है।
उहोंने कहा कि मारूति, नैनो, नेक्सस और लिमोजिन में बहुत फर्क है। नैनो और मारूति तीन चार लाख में मिल जाती है लेकिन लिमोजिन पौने तीन करोड़ में। मेयर ने कहा कि मंत्री जी 28 लाख की मशीन खरीदने को कह रहे हैं यानि नैनो और मारूति से लिमोजिन का काम लेना चाहते हैं। ये कैसे संभव हो सकता है।
उन्होंने कहा कि मशीन को खरीदने के लिए न सिर्फ कांग्रेसी पार्षदों ने सहमति दी थी बल्कि विधायक तक के हस्ताक्षर हैं। मेयर बोले की 88 लाख की मशीन, 30 लाख का टैक्टर और 60 लाख की एक्साइज ड्यूटी है। मेयर ने कहा कि जो मशीन मंगवाई गई है, जब वह सड़क पर चलेगी तो सबको पता चलेगा कि शहर को क्या मिला है।
ये ही मामला
बता दें, लाखों रुपये के घोटाले के आरोप में मोहाली के मेयर कुलवंत सिंह को स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने गत दिवस निलंबित कर दिया था। हालांकि फैसले के चार घंटे बाद ही उनका निलंबन वापस लेकर उन्हें नोटिस भेज दिया गया। साथ ही मोहाली नगर निगम के पूर्व कमिश्नर के खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश सरकार से की गई। घोटाले में शामिल एक्सईएन व डीसीएफए को निलंबित कर दिया गया है और दो अन्य अफसरों को चार्जशीट किया गया है।