चंडीगढ़। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने राज्य की कानून-व्यवस्था को लेकर सभी जिलों के पुलिस प्रमुखों के साथ बैठक की। उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा है कि धार्मिक ग्रंथों की बेअदबी व नशा तस्करी के मामलों में पुलिस कमिश्नर, एसएसपी, एसपी व डीएसपी सीधे तौर पर जिम्मेदार होंगे। इसलिए किसी भी मामले में कारवाई को लेकर कोताही न बरती जाए।
उन्होंने कहा कि नशे के बड़े तस्करों को गिरफ्तार किया जाए। नशा तस्करी खत्म करने के लिए अफसर दिन-रात एक कर दें। अफसर विधायकों व चुने हुए जनप्रतिनिधियों को नजरअंदाज न करें। कई जिलों से विधायकों की शिकायतें आ रही हैं कि पुलिस उनकी सुनवाई नहीं कर रही। इसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
करीब चार घंटे तक चली बैठक में कैप्टन ने कहा कि आतंकी गतिविधियों को खत्म करना सरकार का पहला एजेंडा है। इस काम को पुलिस प्रमुख खुद आगे आकर प्राथमिकता के तौर पर करें और आतंकी गतिविधियों व क्राइम पर नियंत्रण के लिए कमर कस लें। बैठक में डीजीपी सुरेश अरोड़ा, डीजीपी लॉ एंड ऑर्डर एचएस ढिल्लों व डीजीपी इंटेलीजेंस दिनकर गुप्ता सहित सभी जिलों के पुलिस प्रमुख मौजूद थे।
कैप्टन की हिदायतें
– पुलिस वर्दी का मान सम्मान बरकरार रखे।
-फील्ड में तैनात पुलिस व अफसरों के बीच बेहतर तालमेल बनाने के लिए ओपन डिबेट की जाएं।
-लोगों के साथ मिलकर हर जिले में सीसीटीवी कैमरे लगवाएं।
-पुलिस की कार्यप्रणाली को पारदर्शी व भ्रष्टाचार मुक्त बनाएं।
-जिला पुलिस प्रमुख आतंकी गतिविधियों व नशे के मामलों में रेड अपनी अगुवाई में करवाएं।
-फील्ड में तैनात पुलिस व अफसरों के बीच बेहतर तालमेल बनाने के लिए ओपन डिबेट की जाएं।
-लोगों के साथ मिलकर हर जिले में सीसीटीवी कैमरे लगवाएं।
-पुलिस की कार्यप्रणाली को पारदर्शी व भ्रष्टाचार मुक्त बनाएं।
-जिला पुलिस प्रमुख आतंकी गतिविधियों व नशे के मामलों में रेड अपनी अगुवाई में करवाएं।
-जेलों में बैठे गैंगस्टरों व अपराधियों की गतिविधियों को नियंत्रित करने के लिए नई तकनीक का इस्तेमाल किया जाए। जेल मैनुअल में बदलाव किया जाए।
-गैंगस्टरों से संबंधित आपराधिक घटनाओं पर लगाम लगाई जाए।
-वीआइपी ड्यूटी में कम से कम पुलिस वालों की तैनाती की जाए। सप्ताह में एक दिन का अवकाश जरूर दिया जाए।
-गैंगस्टरों से संबंधित आपराधिक घटनाओं पर लगाम लगाई जाए।
-वीआइपी ड्यूटी में कम से कम पुलिस वालों की तैनाती की जाए। सप्ताह में एक दिन का अवकाश जरूर दिया जाए।
-असलहे की जानकारी जुटाई जाए और असलहा विक्रताओं की सप्लाई पर नजर रखी जाए।
-पठानकोट, बटाला व मोगा में पुलिस लाइन बनाने के लिए जमीन उपलब्ध करवाई जाए।
-सुरक्षित यातायात व सड़क दुर्घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए तत्काल उपाय किए जाएं।
-पठानकोट, बटाला व मोगा में पुलिस लाइन बनाने के लिए जमीन उपलब्ध करवाई जाए।
-सुरक्षित यातायात व सड़क दुर्घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए तत्काल उपाय किए जाएं।