रोहित रोहिला, चंडीगढ़.पंजाब में लोगों को पेट्रोल-डीजल के दाम में फिलहाल किसी तरह की छूट मिलने के आसार नहीं हैं। राज्य सरकार की तरफ से अपने हिस्से का वैट कम करने को लेकर मंगलवार को बुलाई गई बैठक भी टल गई। इससे पहले भी एक मीटिंग टल चुकी है और एक बेनतीजा रही है।
ऐसे में लग रहा है कि सरकार पेट्रोल-डीजल के दाम कम करने के मूड में नहीं है। केंद्र ने 4 अक्टूबर को पेट्रोल-डीजल पर अपने हिस्से का वैट घटाकर दाम 2.50-2.50 रुपए कम किए थे। साथ ही राज्य सरकारों को भी अपने हिस्से का वैट कम करने को कहा था।
केंद्र की अपील पर हिमाचल-हरियाणा समेत कई राज्यों ने ऐसा किया। जिससे वहां पेट्रोल-डीजल 5 रुपए तक कम हो गए थे। इसके बाद 5 अक्टूबर को पंजाब सरकार ने इस पर चर्चा के लिए चंडीगढ़ में मीिटंग बुलाई, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला।
फैसला हुआ कि 8 अक्टूबर को दिल्ली में मीिटंग हाेगी, लेकिन ये मीटिंग टाल दी गई। इसके बाद मंगलवार को फिर चंडीगढ़ में बुलाई मीटिंग भी स्थगित कर दी गई। वजह बताई गई कि वित्त मंत्री मनप्रीत बादल चेन्नई में हैं। अगली मीटिंग को लेकर कोई बात नहीं हुई है।
वैट से 23 करोड़ रुपए :
पंजाब में रोज औसतन 27 करोड़ रु. का पेट्रोल और 84 करोड़ का डीजल बिकता है। इस पर टैक्स के तौर पर सरकार पेट्रोल से रोज करीब 9.44 करोड़ और डीजल पर करीब 13.55 करोड़ रुपए कमा रही है। यानी सरकार को राेज औसतन 22.99 करोड़ रुपए का राजस्व आ रहा है।
पेट्रोल पर 35.35% और डीजल पर 16.88% वैट :
पंजाब में पेट्रोल पर 35.35% व डीजल पर 16.88% वैट है। अगर एक-एक फीसदी वैट कम किया जाए तो सालाना 450 करोड़ राजस्व का नुकसान होगा।
4 दिन में पेट्रोल 85, डीजल 91 पैसे हो चुका है महंगा :
केंद्र की ओर से पांच अक्टूबर को 2.50 रुपए की कटौती के बाद से बाद से अब तक पेट्रोल के दाम में 85 और डीजल के दाम में 91 पैसे की बढ़ोतरी हो चुकी है।
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