चंडीगढ़। शिरोमणि अकाली दल अध्यक्ष व पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखबीर बादल भी अपने पिता प्रकाश सिंह बादल की तरह बहबलकलां गोलीकांड में पूछताछ के लिए विशेष जांच दल के सामने पेश होंगे। जांच दल ने समन भेज सुखबीर को सोमवार को अमृतसर बुलाया था, लेकिन इससे ठीक पहले रविवार को वहां के निरंकारी भवन पर ग्रेनेड अटैक हो गया। इसी के जहां पूरे प्रदेश का माहौल दहशतभरा है, वहीं सुखबीर बादल से पूछताछ की जगह भी बदल गई। आज सुखबीर को चंडीगढ़ पहुंचकर एसआईटी के सवालों का सामना करना है।
गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी और उसके विरोध में फरीदकोट जिले के बरगाड़ी में धरना दे रहे लोगों पर फायरिंग के मामले की जांच कर रही स्पेशल इंवेस्टीगेशन टीम ने प्रकाश सिंह बादल, सुखबीर बादल और अभिनेता अक्षय कुमार को समन जारी कर रखा है। इस मामले में गठित जांच आयोग की रिपोर्ट के बाद पुलिस विभाग ने एसआईटी का गठन कर रखा है।
तीन में से दो के लिए बदल चुकी है पूछताछ की जगह: फिलहाल एसआईटी बीती 16 नवंबर को पूर्व सीएम प्रकाश सिंह बादल से 6 घंटे पूछताछ कर चुकी है, वहीं उनके पुत्र सुखबीर बादल को 19 नवंबर और एक्टर अक्षय कुमार को 21 नवंबर को पेश होने के लिए कहा गया था। हालांकि तीनों लोगों से पूछताछ के लिए पहले तीनों से अमृतसर के सर्किट हाउस को चुना गया था, लेकिन अब तक दो के लिए यह जगह बदलनी पड़ी है। प्रकाश सिंह बादल की उम्र का लिहाज करते हुए एसआईटी को अर्जी लगाई गई कि उनसे पूछताछ उनकी सुविधा के हिसाब से की जाए, जिसके बाद एसआईटी ने खुद चंडीगढ़ स्थित उनके सरकारी फ्लैट पर पहुंचकर उनसे सवाल-जवाब किए। अब अमृतसर के निरंकारी भवन में हुए हमले के बाद ऐहतियातन एसआईटी ने सुखबीर से भी पूछताछ के लिए चंडीगढ़ को चुना है।
इस मामले में हो रही है पूछताछ: दरअसल अक्टूबर 2015 में श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की बेअदबी के बाद बरगाड़ी और बहबल कलां में सिख जत्थेबंदियों और पुलिस में हुई झड़प में फायरिंग के दौरान 2 लोगों की मौत हो गई थी। जांच के लिए बादल ने आयोग बनाया था, लेकिन कैप्टन सरकार ने जांच जस्टिस रणजीत सिंह कमीशन को सौंप दी थी। आयोग की रिपोर्ट के अनुसार पूर्व डीजीपी सुमेध सैनी का बयान है कि इस घटनाक्रम के बारे में बादल को पता था। 13 अक्टूबर 2015 की रात 2 बजे बादल ने उन्हें फोन करके हालात की जानकारी ली थी।
काॅल डिटेल और बयान के आधार पर आयोग का मानना है कि न सिर्फ बादल, बल्कि उनके विशेष सचिव गगनजीत सिंह बराड़, तत्कालीन डीजीपी सुमेध सैनी, तत्कालीन आईजी परमराज सिंह उमरानंगल, कोटकपूरा के तत्कालीन एमएलए मंतर बराड़ आदि को भी गोलीकांड के बारे में पूरी जानकारी थी। इसके अलावा जस्टिस रणजीत सिंह आयोग ने जांच रिपोर्ट में लिखा है कि सुखबीर बादल व गुरमीत राम रहीम की बैठक बॉलीवुड अभिनेता अक्षय कुमार ने मुंबई में करवाई थी। कहा जा रहा है कि रिपोर्ट के अनुसार बैठक बरगाड़ी व बहबल कलां कांड के बाद फैली धार्मिक ग्रंथों की बेअदबी से खराब हुए माहौल से संबंधित थी।
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