पुलिसकर्मियों के कल्याण के लिए निरंतर अग्रसर हरियाणा पुलिस
– पुलिसकर्मियों के बच्चों को रोजगार दिलवाने हेतु अलग- अलग बैच में दिया जा रहा है प्रशिक्षण
– 318 पुलिसकर्मियों के बच्चों को रोजगार दिलवाने के लिए कंपनियों व अन्य संस्थाओं से किया जा रहा है सामंजस्य स्थापित
चंडीगढ़ 8 दिसंबर। पुलिसकर्मियों के बच्चों को रोजगार दिलवाने व उनके उत्थान को लेकर पुलिस विभाग के वैल्फेयर विंग द्वारा सक्रियता से कार्य करते हुए 452 पुलिसकर्मियों के बच्चों की सूची तैयार की गई है। इनमे से 134 युवाओं को अलग-2 कोर्सिज में दाखिला करवाते हुए उनकी रूचि अनुसार प्रशिक्षित किया जा रहा है जबकि 318 बच्चों को उनकी शैक्षणिक योग्यता के अनुसार रोजगार दिलवाने की दिशा में कार्य किया जा रहा है। इसके साथ ही चतुर्थ श्रेणी के अनुबंधित पुलिसकर्मियों के बच्चों के प्रशिक्षण का खर्च हरियाणा पुलिस द्वारा वहन किया जाएगा।
इस बारे में जानकारी देते हुए पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर ने बताया कि प्रदेश में पुलिसकर्मियों के 134 बच्चो को अलग-2 कोर्सिज में एडमिशन दिलाते हुए प्रशिक्षित किया जा रहा है। ड्राइविंग का प्रशिक्षण कार्यक्रम एक माह की समय अवधि का होगा जिसे आगे भी प्राप्त आवेदनों अनुरूप करवाया जाता रहेगा। इसमें चालकों को अलग-2 ट्रेनिंग मॉड्यूल के तहत हैवी तथा लाइट व्हीकल ड्राइविंग के लिए उच्च स्तरीय प्रशिक्षण दिया जा रहा है। ये सभी चालक वर्दी में होंगे और हरियाणा पुलिस से वैरिफाईड होंगे। इन सभी चालकों को रोजगार दिलवाने के लिए विभिन्न संस्थाओं से सामंजस्य स्थापित किया जा रहा है।
आईजी वैल्फेयर राजीव देसवाल ने बताया कि विभाग द्वारा चलाए जा रहे चालक प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत 43 युवाओं को प्रशिक्षित किया जा रहा है जबकि 13 युवाओं का प्रशिक्षण पूरा हो चुका है। इसी प्रकार, सिक्योरिटी गार्ड के प्रशिक्षण के लिए विभाग को 56 युवाओं की सूची प्राप्त हुई जिनमें से 25 युवाओं का कोर्स पूरा हो चुका है जबकि 31 युवाओं को प्रशिक्षित किए जाने की प्रक्रिया चल रही है। इस कोर्स के लिए प्राप्त आवेदनो में से 10 युवा ऐसे थे जो पात्रता की शर्तों को पूरा नहीं कर पाए। इसी प्रकार, कम्प्यूटर कोर्स के लिए 60 युवाओं की सूची प्राप्त हुई जिन्हें प्रशिक्षित करने के लिए हारट्रोन के साथ सामंजस्य स्थापित किया गया है। इसके अलावा, पुलिस विभाग को 318 ऐसे युवाओं की सूची तैयार की गई है जिनके पास अलग-2 प्रकार के डिप्लोमा व डिग्री आदि है और नौकरी के इच्छुक है। ऐसे युवाओं को नौकरी दिलवाने के लिए अलग-2 कंपनियों व संस्थाओं से तालमेल स्थापित करते हुए कार्य किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि चतुर्थ श्रेणी के अनुबंधित पुलिसकर्मियों के बच्चों के प्रशिक्षण का खर्च हरियाणा पुलिस द्वारा वहन किया जाएगा जबकि अन्य युवाओं को बिना ब्याज की दर से लोन की सुविधा उपलब्ध करवाते हुए प्रशिक्षित किया जा रहा है। इसके साथ ही , क्रैश खोलने तथा ई लाइब्रेरी स्थापित करने को लेकर कार्ययोजना बनाई जा रही है। प्रदेश के सोनीपत जिला में ई-लाइब्रेरी शुरू की जा चुकी है जबकि अन्य जिलों में इसकी स्थापना को लेकर कार्य किए जा रहे है।