चंडीगढ़। पंजाब विधानसभा में नेता विपक्ष व आम आदमी पार्टी के विधायक सुखपाल सिंह खैहरा ने पीपीएससी के सदस्यों की नियुक्ति के मामले में अब राज्यपाल वीपी सिंह बदनौर से शिकायत की है। उन्होंने राज्यपाल दनौर को पत्र लिखकर मांग की है कि वह पीपीएससी सदस्यों की नियुक्ति में हो रही धांधली को रोकने के लिए मामले में हस्तक्षेप करें।
खैहरा ने कहा कि इन नियुक्तियों को लेकर सरकार सभी नियमों को ताक पर रख रही है। जरूरी नियमों की भी पालना नहीं की जा रही है। उन्होंने सवाल उठाया कि किस प्रकार उनकी जानकारी के बिना सरकार के स्तर पर छह सदस्यों की नियुक्ति करके फाइल हस्ताक्षर करने के लिए भेजी गई।
उन्होंने पत्र में लिखा है कि वह रबर स्टैंप नहीं हैं। इसलिए उन्होंने हस्ताक्षर नहीं किए। खैहरा ने कहा कि पीपीएससी के सदस्यों की नियुक्ति में सरकार ने किसी भी स्तर पर पारदर्शिता नहीं बरती है। उन्होंने जब अपने सोर्स से पता किया तो सूचना मिली कि 150 उम्मीदवारों ने छह पदों के लिए आवेदन भेजा था। उनके चयन की प्रक्रिया को नियमानुसार पारदर्शिता के साथ अपनाए बिना ही सरकार ने उनमें से अपने चहेते सदस्यों के नाम फाइनल कर लिए हैं। उन्होंने कहा कि वह मुख्य सहित व सरकार से पहले भी अपील कर चुके हैं कि नियुक्तियों में पारदर्शिता बरती जाए।