जालंधर। पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के मुख्यमंत्री शहबाज शरीफ ने कैप्टन अमरिंदर सिंह को पत्र लिख स्मॉग व प्रदूषण की समस्या से निपटने के लिए क्षेत्रीय सहयोग व्यवस्था बनाने का सुझाव दिया है।
शरीफ ने कहा है कि स्मॉग की व्यापकता और इंसानों पर इसके दुष्प्रभाव बड़ी चुनौती है। इसे देखते हुए कड़े कदम उठाने की आवश्यकता है। उन्होने ट्विटर पर एक पत्र की एक प्रति पोस्ट की और इसे दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को भी टैग किया।
जवाब में पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिदर सिंह के मीडिया सलाहकार रवीन ठुकराल ने ट्वीट किया कि कैप्टन इस मुद्दे को लेकर बेहद चिंतित हैं और केंद्र सरकार से लगातार मुद्दा उठा रहे हैं। केंद्र सरकार ने इसके जल्द समाधान के लिए कदम उठा रही है। पंजाब सरकार ने आधिकारिक पत्र मिलने से पहले ही ट्विटर के माध्यम से अपनी मंशा स्पष्ट कर दी है। शरीफ ने लिखा है दोनों देशों में पंजाब के लोगों को हर वर्ष अक्टूबर और नवंबर मे स्मॉग की परेशानी से जूझना पड़ता है।
कुछ वर्षो से यह समस्या ज्यादा खतरनाक होती जा रही है। बुजुर्गो व बच्चो के स्वास्थ्य पर इसका बुरा असर हो रहा है। गेंहू की बिजाई मे देरी के अलावा आलू को भी नुकसान हो रहा है। इस कारण कई हादसे भी हो रहे है। प्रदूषण का प्रमुख कारण वाहनों से निकलने वाला धुआं और पराली को खुलेआम जलाए जाना है। नई दिल्ली से लेकर लाहौर तक का क्षेत्र इसकी चपेट में है।
वैज्ञानिक तकनीक विकसित करने पर जोर
उन्होने आगे लिखा है कि समस्या का समाधान आधुनिक वैज्ञानिक तकनीक से ही हो सकता है। इसके लिए साझा तौर पर काम करते हुए तकनीक विकसित की जा सकती है। मुझे पूरा विश्वास है कि दोनों पंजाब सामूहिक प्रयास करे। यही लोगों के हित में है। इसके लिए मिलकर प्रौद्योगिकीय व व्यावसायिक तरीकों की पहचान कर की जा सकती है, जो पराली जलाने की समस्या से निजात दिला सके।