चंडीगढ़। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह अपनी कैबिनेट के पांच मंत्रियों के कामकाज से खुश नहीं हैं। कैप्टन ने अपने कार्यालय (सीएमओ) के जरिए इन सभी विभागों के मंत्रियों का रिपोर्ट कार्ड तैयार कराया है। इसके आधार पर आने वाले दिनों में कैबिनेट में बड़ा फेरबदल हो सकता है। दो मंत्रियों के पर कतरेजा सकते हैं, जबकि तीन के विभागों में बदलाव किया सकता है। इसके लिए कैप्टन अमरिंदर दिल्ली में पार्टी अध्यक्षराहुल गांधी से मुलाकात करने पहुंच गए हैं।
हर विभाग के मंत्री के कामकाज की समीक्षा कर उनकी पूरी रिपोर्ट तैयार की गई है। इसमें उनके विभागों से संबंधित शिकायतों के अलावा मंत्रियों का अफसरों के प्रति व्यवहार जैसे बिंदुओं को शामिल किया गया है। यह रिपोर्ट सीएमओ ने तैयार की है। इसे मुख्यमंत्री अपने साथ दिल्ली ले गए हैं। इनमें विजय इंद्र सिंगला का नाम सबसे ऊपर है।
मंत्रियों के खिलाफ क्या हैं शिकायतें
- एक आपत्तिजनक मैसेज भेजने के चलते मंत्री चरणजीत सिंह चन्नी का नाम भी लिस्ट में है, लेकिन पता चला है कि अब उनके पर कुतरने की संभावनाएं काफी कम हैं।
- दिवाली से पहले व दीवाली वाले दिन उद्योगपतियों ने माझा के मंत्री की शिकायत की है। ये सभी उद्योगपति मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से मिले थे। सीएमओ में भी उनकी कई शिकायतें आई हैं। यह महकमा विजय इंद्र सिंगला को दिया जा सकता है।
- मालवा से संबंधित एक मंत्री के कामकाज से सीएम नाराज हैं। उनके महकमे में कई शिकायतें सीएमओ तक पहुंची हैं। लिहाजा उन्हें हटाने पर विचार किया जाएगा। यह महकमा मुख्यमंत्री खुद देखेंगे।
- मालवा के एक अन्य मंत्री पर केंद्रीय योजना की राशि जारी करने में अनियमितता बरतने का आरोप है। उनका भी विभाग बदल सकता है।
- माझा के एक और मंत्री का नाम लिस्ट में है। कई अफसर इन मंत्री के साथ काम नहीं करना चाहते। लिहाजा इनके भी विभाग बदले जा सकते हैं।
बोर्ड, काॅर्पाेरेशन के सभी पद विधायकों को नहीं देना चाहते कैप्टन: कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ होने वाली मीटिंग में बोर्ड व काॅर्पोरेशन में चेयरमैन की नियुक्ति पर भी चर्चा होगी। 25 के लगभग बोर्ड व कारपोरेशन में चेयरमैन की नियुक्ति होनी बाकी है। कैप्टन नहीं चाहते कि इन सभी पदों पर विधायकों को नियुक्त किया जाए। वह चाहते हैं कि 10 पदों पर विधायकों को नियुक्त किया जाए और 15 पर उन वरिष्ठ नेताओं को जिम्मा दिया जाए, जिन्होंने दूसरे उम्मीदवार के लिए टिकट का दावा छोड़ दिया था।
अब केवल राहुल की हां का इंतजार: कैप्टन ने चुनाव से पहले वादा किया था कि अगर वे बागी खड़े नहीं होंगे और पार्टी के उम्मीदवार को जितवाएंगे तो उन्हें बोर्ड व कार्पोरेशन का चेयरमैन नियुक्त किया जाएगा। इस तरह के नेता बड़ी संख्या में लॉबिंग कर रहे हैं। वहीं, लोकसभा चुनाव से पहले अगर नेताओं को बोर्ड व कार्पोरेशन में एडजस्ट नहीं किया जाता है, तो इसका असर चुनाव पर भी पड़ सकता है। बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री ने बोर्ड व काॅर्पोरेशन में नियुक्त होने वाले नेताओं की लिस्ट तैयार कर ली है। अब केवल उस पर राहुल गांधी की मुहर ही लगनी बाकी है।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today