राजस्व विभाग के एक पटवारी द्वारा कथित रूप से गांव अमलोहा में तूफान से मुर्गी फार्म टूटने की गलत रिपोर्ट बनाने पर बुधवार को किसान भड़क गए। गुस्साए किसानों ने मामले को लेकर राजस्व विभाग के अधिकारियों के विरुद्ध कैनाल रेस्ट हाउस में जमकर नारेबाजी की। किसानों ने मामले को लेकर प्रशासन के अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि वीरवार तक कोई समाधान नहीं निकाला तो किसान सड़क जाम करने के लिए मजबूर हो जाएंगे। किसान यूनियन के जिला महासचिव धर्मबीर अमलोहा, जयपाल चमरोड़ी, नाथीराम दोहली ने बताया कि गत 10 अप्रैल को गांव अमलोहा निवासी महेंद्र कांबोज का मुर्गी फार्म आंधी-तूफान में टूटकर बर्बाद हो गया था। प्रभावित किसान महेंद्र कांबोज ने डीसी को एक आवेदन देकर मुआवजे की मांग की थी। डीसी के आदेशों पर राजस्व विभाग के एक पटवारी को मुर्गी फार्म में हुए नुकसान का जायजा लेने का जिम्मा सौंपा गया था। आरोप है कि पटवारी ने रंजिशन मुर्गी फार्म में कोई नुकसान न होने की रिपोर्ट बनाकर भेजी। जिस कारण किसान को मुआवजा नहीं मिल पाया। बाद में सीएम विंडो के माध्यम से पटवारी की मुख्यमंत्री से शिकायत की गई। मामले को लेकर बुधवार को कैनाल रेस्ट हाउस में किसान यूनियन व सीएम विंडो के सदस्य सुरेंद्र सिंह चीमा के बीच बातचीत हुई। बातचीत के लिए तहसील रादौर व संबंधित पटवारी को बैठक में बुलाया गया था। लेकिन तहसीलदार और पटवारी बैठक में नहीं पहुंचे।
कैनाल रेस्ट हाउस में राजस्व विभाग के खिलाफ नारेबाजी करते किसान।
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