चंडीगढ़। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा है कि राज्य में धार्मिक व अन्य संगठनाें के नेताआें की हत्या में पाकिस्तानी खुुफिया एजेंसी आइएसअाइ का हाथ है। पंजाब पुलिस ने हिंदू नेताआें सहित आठ लोगों की हत्या के मामले की गुत्थी सुलझा ली है। आइएसएस ने यह साजिश पंजाब में अशांति और धार्मिक फसाद कराने की नीयत से रचा।
सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने यह खुलासा मंगलवार शाम यहां पत्रकार सम्मेलन में किया। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों पंजाब में हुई हिंदू और अन्य धार्मिक नेताओं की हत्या के आठ मामले सुलझा लिए हैं। पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है। उन्होंने कहा कि इन लोगों ने आइएसअाइ के इशारे पर इन घटनाओं को अंजाम दिया। इससे पंजाब में अशांति अौर धार्मिक वैमनस्य का माहौल पैदा करने की साजिश थी।
उन्होंने बताया कि इनमें शामिल चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें आरएसएस नेता जगदीश गगनेजा और रविंदर गोसाईं, अमित अरोड़ा, दुर्गादास गुप्ता, अमित शर्मा, सतपाल, रमेश कुमार व सुल्तान महीस की हत्या के मामले शामिल हैं।
कैप्टन अमरिंदर सिंह कहा कि ये सारी घटनाएं आइएसआइ ने विभिन्न देशों में बैठे अपने एजेंटों के माध्यम से अंजाम दी। उन्होंने कहा कि हत्या की इन घटनाआें में इस्तेमाल हथियाराें और बैलिस्टिक फॉरेंसिक रिपोर्ट अा चुकी है। इसमें पता चला है कि हथियार आइएसआइ द्वारा उपलब्ध कराए गए हैं।
डीजीपी सुरेश अरोड़ा बताया कि इन मामलों में जालंधर के जगतार सिंह जौहल, जिम्मी सिंह और नाभा जेल में बंद धर्मेंद्र घुघनी सहित चार गैंगसटरों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आइएसआइ ने इनको हथियार और विस्फोटक उपलब्ध कराए। डीजीपी ने कहा कि अमृतसर में पिछले दिनों हुई हिंदू नेता विपिन शर्मा की हत्या लेनदेन के कारण हुई थी।
ये हैं पकड़े गए आरोपी
पुलिस ने इस मामले में जिन चार लोगों को गिरफ्तार किया है उनमें से दो लंबे समय से इंग्लैंड में रह रहे थे। इनमें जगतार सिंह जौहल और जिम्मी सिंह शामिल हैं। नाभा जेल में बंद धर्मेंद्र घुघनी हथियार पहुंचाने के मामले में गिरफ्तार किया है।