कोलकाता. बीएम खेतान के नेतृत्व वाला विलियमसन मैगर ग्रुप अपनी फ्लैगशिप कंपनी एवरेडी इंडस्ट्रीज को बेच रहा है। एजेंसी के सूत्रों ने शुक्रवार को ये जानकारी दी। इसके मुताबिक विलियमसन मैगर ग्रुप डील के लिए एवरेडी का वैल्यूएशन 3,000 से 4,000 करोड़ रुपए मान रहा है। कोटक महिंद्रा बैंक को खरीदार तलाशने की जिम्मेदारी दी गई है। एवरेडी ड्राई सेल बैटरी और फ्लैशलाइट सेक्टर में देश की सबसे बड़ी कंपनी है।
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विलियमसन ग्रुप एवरेडी से पूरी तरह बाहर नहीं होगा बल्कि कुछ हिस्सेदारी बनाए रखेगा। खेतान के पास एवरेडी के 45% शेयर हैं। यह साफ नहीं है कि विलियमसन ग्रुप एवरेडी में कंट्रोलिंग हिस्सेदारी बनाए रखेगा या फिर माइनॉरिटी शेयरहोल्डर के तौर पर रहेगा।
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हिस्सेदारी बेचने की रिपोर्ट से एवरेडी इंडस्ट्रीज के शेयर में शुक्रवार को जोरदार तेजी आई। बीएसई पर यह 13.06% बढ़त के साथ 205.20 रुपए पर बंद हुआ। कंपनी का मौजूदा मार्केट कैप 1,491.54 करोड़ रुपए है।
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वित्त वर्ष 2017-18 में एवरेडी का रेवेन्यू 1,450 करोड़ रुपए रहा था। मौजूदा वित्त वर्ष (2018-19) में 1,600 करोड़ रुपए रहने का अनुमान है। एवरेडी प्रबंधन ने इसे एफएमसीजी कंपनी में बदलने की कोशिश भी की थी।
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एवरेडी देश की करीब 100 साल पुरानी कंपनी है। 1905 से एवरेडी पर यूनियन कार्बाइड का हक था। खेतान परिवार ने 1990 के दशक में 300 करोड़ में की एवरेडी को खरीद लिया था।