पटियाला। जाने माने पहलवान और मशहूर कोच सुखचैन सिंह चीमा की एक सड़क हादसे में मौत हाे गई। हादसा देर रात हुई। वह अर्जुन अवार्ड और द्रोणाचार्य अवार्ड से सम्मानित थे। उनके निधन से क्षेत्र में शोक कर लहर दौड़ गई। उनकी मौत की खबर मिलते ही काफी संख्या में लोग उनके आवास पर पहुंच गए।
बताया जाता है कि सुखचैन सिंह चीमा गाड़ी से पटियाला अपने घर आ रहे थे। इसी दौरान एक चौराहे पर एक तेज रफ्तार वाहन ने उनकी गाड़ी को टक्कर मार दी। इससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। बताया जाता है कि बुधवार रात कोवह अपनी कार से आ रहे थे। दक्षिणी बाइपास रोड पर एक आल्टो कार से टकराने के बाद उनकी कार नाले में गिर गई थी। आल्टो कार में सवार लोग चंडीगड़ से मोगा की तरफ जा रहे थे। आल्टो सवार सभी लोग सुरक्षित हैं, इन्हें मामूली चोट लगी थी। इन लोगों को रात को ही अस्पताल से छुट्टी दे गई।
राष्ट्रीय खेल संस्थान (एनआइएस) में प्रशिक्षक थे। सुखचैन सिंह चीमा अपने समय के जानेमाने पहलवान थे और बाद में कुश्ती कोच बन गए। उन्होंने 1974 में तेहरान में हुए एशियाई खेलाें में कांस्य पदक जीता था। उनको अर्जुन अवार्ड और द्रोणाचार्य अवार्ड से सम्मानित किया गया था। उनके पिता अोलंपियन पहलवान और रस्तम ए हिंद केहर सिंह चीमा थे। सुखचैन सिंह चीमा के पुत्र पलविंदर सिंह चीमा भी कुश्ती में नाम रोशन कर रहे हैं। पलविंदर भी रुस्तम ए हिंद का खिताब जीत चुके हैं और आेलंपियन पहलवान हैं।