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Posted by Surinder Verma on Wednesday, June 17, 2020

जब वर्ल्ड कप फाइनल खेलने से चूकी महिला क्रिकेट टीम और फैन्स पर गुस्सा हुए कोहली

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खेल डेस्क. यह साल दो दिन बाद हमें अलविदा कह देगा। खेलों के लिए यह साल काफी अहम रहा। इस साल कॉमनवेल्थ गेम्स, एशियाई गेम्स, फीफा वर्ल्ड कप, यूथ ओलिंपिक, महिला टी-20 वर्ल्डकप जैसे बड़े टूर्नामेंट हुए। हालांकि, कुछ ऐसी घटनाएं और विवाद भी हुए जिनसे खेल जगत शर्मसार हुआ। इनमें से मिताली राज-रमेश पोवार विवाद, शमी-हसीन जहां विवाद, बॉल टैम्परिंग और विराट कोहली का फैंस को देश छोड़ने वाला बयान अहम रहा।

मिताली राज-रमेश पोवार विवाद
नवंबर में हुए महिला टी-20 वर्ल्ड कप का दूसरा सेमीफाइनल इंग्लैंड और भारत के बीच खेला गया। भारत यह मैच हार गया था। भारत की हार के पीछे एक कारण आखिरी एकादश में मिताली राज को शामिल नहीं किया जाना भी माना गया। टूर्नामेंट खत्म होने के बाद मिताली ने यह कहकर सनसनी फैला दी कि कोच रमेश पोवार ने जानबूझकर टीम में नहीं रखा। वे मेरा करियर बर्बाद करना चाहते हैं। हालांकि, पोवार ने मिताली के आरोप सिरे से नकार दिए। उन्होंने बीसीसीआई के सामने भी अपना पक्ष रखा, लेकिन बोर्ड पोवार की दलील से संतुष्ट नहीं हुआ और उसने उनका कार्यकाल आगे नहीं बढ़ाया। मिताली और पोवार विवाद के कारण भारतीय टीम एक बड़ी उपलब्धि हासिल करने से चूक गई।

मिताल

जब कोहली ने फैन्स से देश छोड़ने को कहा
भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली ने 5 नवंबर को अपने जन्मदिन पर ‘विराट कोहली ऑफिशियल ऐप’ लांच किया। इस दौरान एक फैन ने उनसे बातचीत में भारतीय टीम के बजाय इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया टीम को महत्व दिया था। इस पर कोहली गुस्से में आ गए और फैन से कहा, “यदि वे भारतीय क्रिकेटर्स को खेलते देखना पसंद नहीं करते हैं तो उन्हें देश छोड़ देना चाहिए।” इसे लेकर कोहली सोशल मीडिया पर ट्रोल किए गए। हालांकि, कोहली ने अपने बयान पर माफी नहीं मांगी, लेकिन इतना जरूर कहा कि वे किसी की आजादी में खलल नहीं डालना चाहते। कोई किसको महत्व देता है यह उसकी अपनी पसंद है।

कोहली

शमी-हसीन जहां विवाद
जनवरी में मोहम्मद शमी के दक्षिण अफ्रीका दौरे से लौटने के बाद उनका और उनकी पत्नी हसीन का घरेलू विवाद सार्वजनिक हुआ। शमी की पत्नी हसीन जहां ने अपने फेसबुक अकाउंट पर कई फोटोज शेयर करते हुए उन पर लड़कियों के साथ अवैध संबंध रखने का आरोप लगाया। हसीन ने शमी और उन लड़कियों के बीच हुए वॉट्सऐप चैट के स्क्रीनशॉट भी शेयर किए थे। इतना ही नहीं हसीन ने शमी पर दुष्कर्म, महिलाओं से संबंध रखने, मैच फिक्सिंग, शारीरिक उत्पीड़न जैसे कई आरोप लगाए थे। बीसीसीआई ने मैच फिक्सिंग के आरोप को गंभीरता से लिया और जांच करवाई। जांच में शमी को क्लीन चिट दे दी गई। वे अभी भारतीय टीम के साथ ऑस्ट्रेलिया दौरे पर हैं।

शमी

मी टू के तहत बीसीसीआई के सीईओ पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगे

मी टू अभियान के तहत भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) राहुल जौहरी पर एक महिला ने यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए गए थे। एक महिला पत्रकार हरनिद्ध कौर ने मी टू अभियान के तहत बताया कि राहुल जौहरी पर नौकरी देने के बहाने उन्होंने मुझसे अनुचित व्यवहार किया। सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित प्रशासकों की समिति (सीओए) ने इस मामले पर राहुल से एक सप्ताह के भीतर सफाई देने को कहा था। स्पष्टीकरण के आधार पर ही बीसीसीआई ने उन्हें क्लीन चिट दी।

राहुल

बॉल टैम्परिंग में कप्तान-उपकप्तान पर एक साल का प्रतिबंध
मार्च में दक्षिण अफ्रीका-ऑस्ट्रेलिया सीरीज के दौरान तीसरे टेस्ट में ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों ने बॉल टैम्परिंग की। मैच में बॉल को घिसने के दौरान देरी होने पर अंपायर्सको शक हुआ। उन्होंने बेनक्रॉफ्ट से पूछताछ की। तब बेनक्रॉफ्ट ने अंपायर को जेब से एक सनग्लासेज का बॉक्स निकालकर दिखाया। अंपायर ने टीवी कैमरा पर इस घटना को बारीकी से देखा। इसमें साफ हो गया कि बेनक्रॉफ्ट अंडरवियर में पीले रंग का टेप छिपाकर मैदान पर लाए थे। विवाद के बाद स्मिथ और बेनक्रॉफ्ट ने टैम्परिंग की बात स्वीकार कर ली। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने इसमें स्टीवस्मिथ-बेनक्रॉफ्ट के साथ डेविड वॉर्नर को भी दोषी माना। स्मिथ-वॉर्नर पर एक-एक साल और बेनक्रॉफ्ट पर नौ महीने के लिए प्रतिबंध लगाया। बेनक्रॉफ्ट का प्रतिबंध 29 दिसंबर को खत्म हो गया।

स्मिथ

बॉल टैम्परिंग में फंसे श्रीलंका के कप्तान
जून में वेस्टइंडीज दौरे पर सेंट लूसिया टेस्ट में श्रीलंका के कप्तान दिनेश चंडीमल पर गेंद से छेड़छाड़ का आरोप लगा। इसके विरोध में श्रीलंकाई टीम टेस्ट के तीसरे दिन मैदान पर दो घंटे की देरी से उतरी। इस कारण टीम के पांच रन पेनल्टी के तौर पर काटे गए। वहीं, जांच के बाद चंडीमल पर एक मैच का प्रतिबंध भी लगाया गया था। साथ ही जुर्माने के तौर पर 100% मैच फीस देनी पड़ी थी।

दिनेश

सेरेना ने चेयर अंपायर पर लगाया लैंगिक भेदभाव करने का आरोप
अमेरिका की टेनिस स्टार सेरेना विलियम्स ने यूएस ओपन फाइनल में जापान की नाओमी ओसाका से हार गईं थी। इस मैच के दौरान सेरेना के कोच मोराटोग्लू पर मुकाबले के बीच में कोचिंग देने का आरोप लगा था। जिस पर सेरेना भड़क गईं थी। इसके बाद चेयर अंपायर ने उन पर एक गेम का जुर्माना लगा दिया था। इसके बादसेरेना उनसे भिड़ गईं और उन्हें भला-बुरा कहा। विवाद पर सेरना ने कहा कि उन्होंने बेईमानी नहीं की। बेईमानी के बजाय मैं मैच हारना पसंद करूंगी। अंपायर ने उनके साथ लैंगिक भेदभाव किया। उन्होंने कहा कि एक गेम का जुर्माना लगाना ठीक नहीं था। हालांकि, बाद में मोराटोग्लू ने सेरेना को मैच के दौरान इशारा करने की बात मान ली थी।

सेरेना

दुष्कर्म के आरोप के बाद रोनाल्डो पुर्तगाल टीम से बाहर
दुनिया के बेस्ट फुटबॉलर्स में से एक पुर्तगाल के क्रिस्टियानो रोनाल्डो पर दुष्कर्म के आरोप लगे। इस कारण उन्हें राष्ट्रीय फुटबॉल टीम से बाहर कर दिया गया था। रोनाल्डो पर अमेरिका की एक महिला ने दुष्कर्म का आरोप लगाया। पीड़िता का कहना था कि 2009 में रोनाल्डो ने लास वेगास में उसके साथ दुष्कर्म किया था। वहीं, रोनाल्डो ने इन आरोपों को नकार दिया था। उनका साथ उनके नए क्लब युवेंटस ने भी दिया और टीम से बाहर नहीं किया। वे इसी साल रियाल मैड्रिड को छोड़कर युवेंटस गए थे।

रोनाल्डो

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मिताली ने कहा था कि पोवार ने जानबूझकर टीम में नहीं रखा था।