चंडीगढ़ से ही होगी भाजपा के कुशासन के अंत की शुरुआत – पवन बंसल
चंडीगढ़ नगर निगम मेयर चुनाव के लिए कई दिनों से चल रही सरगर्मियों को विराम लग गया है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन बंसल ने जानकारी दी है कि कई दिनों से दिल्ली में कांग्रेस-आप के नेताओं के बीच गठबंधन को लेकर चल रहा बैठकों का दौर खत्म हो चुका है, जिसके बाद ये फैसला किया गया है कि इंडिया अलायंस के तहत अब शहर में मेयर चुनाव में कांग्रेस और आप एक साथ भाजपा के खिलाफ़ उतरेंगी, जिससे आप का मेयर बनने का मार्ग प्रशस्त होगा।
पवन बंसल ने इंडिया अलाइंस के तहत आप-कांग्रेस गठबंधन पर टिप्पणी करते हुए कहा कि इससे चंडीगढ़ के लोगों के मेंडेट का सम्मान होगा व भाजपा को अपनी मनमानी के बजाय ,सदन में विपक्ष में बैठना पड़ेगा ।
चंडीगढ़ मेयर चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने गठबंधन के पश्चात सोमवार को आप और कांग्रेस के नेता और उम्मीदवार नामांकन वापस लेने के लिए नगर निगम पहुंचे। मेयर का पद आम आदमी पार्टी के पास रहेगा और सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर का पद कांग्रेस के खाते में जाएगा।
गौरतलब है कि पिछले 2 साल से कांग्रेस अपने पार्षदों की संख्या कम होने की वजह से मेयर चुनाव का बायकॉट कर रही थी, और भाजपा ज़्यादा वोट होने की वजह से इस चुनाव को जीत रही थी। इस समय कुल 35 पार्षदों में से 14 पार्षद भाजपा के, 13 आम आदमी पार्टी के, 7 कांग्रेस और एक अकाली दल के पास हैं। भाजपा के पास सांसद किरण खेर की भी एक वोट है, लेकिन आप और कांग्रेस के वोट मिलने के बाद 20 हो जाते हैं, जिसे टक्कर देना भाजपा के लिए मुमकिन नहीं होगा।
गठबंधन के फैसले से पहले कांग्रेस और आम आदमी पार्टी तीनों पदों के लिए अपने उम्मीदवार मैदान में उतार चुकी हैं, लेकिन अब स्थिति बदलने के बाद मेयर पद से कांग्रेस के जसबीर बंटी ने अपना नाम वापस ले लिया है और सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर के पद के लिए आप के उम्मीदवार ने अपना नाम वापस ले लिया है।