
- लगातार 4 दिन बारिश-ओलावृष्टि से गेहूं-सरसों बिछी, 3 दिन बाद फिर बरसेगी आफत
- 25.50 लाख हेक्टेयर में गेहूं, 6.5 लाख हेक्टेयर में सरसों है
Dainik Bhaskar
Mar 08, 2020, 09:01 AM IST
राजधानी हरियाणा (सुशील भार्गव). प्रदेश में शनिवार को भी बूंदाबांदी हुई। 4 दिन की बारिश-ओलावृष्टि से फसलों को काफी नुकसान हुआ है। सीएम मनोहर लाल ने भिवानी के कैरू में रैली के दौरान फसलों में नुकसान की भरपाई के लिए विशेष सर्वे कराने की घोषणा की है। डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने भी कहा है कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना से जुड़े किसानों की इस योजना के तहत नुकसान की भरपाई होगी।
वहीं, जो किसान योजना से नहीं जुड़े है, उनके नुकसान की भरपाई सरकार करेगी। प्रदेश के करीब 15 हजार किसानों ने फसल बीमा योजना के तहत नुकसान की भरपाई के लिए क्लेम किया है। इनमें रोहतक, भिवानी, पलवल, हिसार, महेंद्रगढ़, नारनौल, पलवल सहित अन्य जिलों के किसान हैं। यह आंकड़ा और भी बढ़ेगा। प्रदेश में करीब 25.50 लाख हेक्टेयर में गेहूं, 6.5 लाख हेक्टेयर में सरसों की फसल है। बाकी एरिया में चना, सब्जी, चारे समेत अन्य फसलें हैं। शनिवार को अम्बाला में दिन का पारा भी 16.7 डिग्री रहा, जो सामान्य से 10 डिग्री कम है।
2015 में भी फसलों पर पड़ी थी मौसम की मार
1 जनवरी से अब तक 10 पश्चिमी विक्षोभ आ चुके हैं। करीब 72 मिमी. बारिश हो चुकी है। पिछले 24 घंटे में 16.7 मिमी. बारिश हुई है। साल 2015 में भी इसी तरह से फसलों पर बारिश-ओलों का कहर टूटा था।
फसल बीमा स्वैच्छिक, अब नया रोडमैप बनेगा
कृषि विभाग के जॉइंट डायरेक्टर डॉ. डांढी के अनुसार अब केंद्र सरकार ने फसल बीमा स्वैच्छिक कर दिया है। इसलिए अब किसानों के लिए नया रोडमैप बनाया जाएगा। इसके लिए बड़े स्तर पर किसानों को जागरूक किया जाएगा।
बीमा कंपनियों पर 15 करोड़ पहले से बकाया
कृषि विभाग के मुताबिक बीमा कंपनियों पर करीब 9 हजार किसानों की करीब 15 करोड़ रु. राशि बकाया पड़ी है। बैंकों की 330 शाखाओं व बीमा कंपनियाें को नोटिस जारी कर भुगतान करने को कहा है। 4 साल में 50 लाख किसानों ने फसल बीमा कराया।
आगे क्या: 11-12 को कहीं-कहीं ओले गिरने की भी संभावना
अब यह पश्चिम विक्षोभ निकल गया है। 11 मार्च को एक पश्चिम विक्षोभ असर दिखाएगा। इससे 2 दिन बरसात हो सकती है। तेज बारिश के साथ कहीं-कहीं ओले भी गिर सकते हैं। -डॉ. सुरेंद्र पाल, निदेशक, आईएमडी, चंडीगढ़