लुधियाना।शहर में लॉ एंड ऑर्डर की धज्जियां उड़ाते हुए एक के बाद एक वारदातों को अंजाम दे रहे बेखौफ लुटेरों ने मंगलवार को एक और लूट की वारदात को अंजाम दिया। बाइक सवार चार लुटेरों ने फिरोजपुर रोड पर स्थित अमेजन के गोदाम से कैश लेकर निकले कलेक्शन एजेंसी के दो वर्करों को गोली मार कर 10.71 लाख रुपए लूट लिए। जख्मियों की पहचान मैड की चक्की शिमलापुरी के रहने वाले मनप्रीत सिंह और उसके ममेरे भाई कर्णवीर सिंह के रूप में हुई है। दोनों को डीएमसी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
लूट की सूचना मिलते ही सीपी सुखचैन सिंह गिल, डीसीपी अश्विनी कपूर, एडीसीपी सुरिंदर लांबा, एसीपी क्राइम सुरिंदर मोहन और थाना सराभा नगर पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस को मौके से एक खिलौना पिस्तौल भी बरामद हुई है जो लुटेरों के साथ हुई हाथापाई में वहां गिर गई थी। फिलहाल पुलिस ने नामालूम आरोपियों पर मामला दर्ज कर लिया है और जांच में जुटी है। वहीं डीएमसी अस्पताल के बाहर सोमवार को कांस्टेबल दविंदर सिंह को गोली मारने वाले आरोपी के बारे में 36 घंटे बाद भी पुलिस को अभी कुछ पता नहीं चला।
रोजाना गोदाम से कैश लेकर जाते थे एजेंसी के कारिंदे
फिरोजपुर रोड पर महिंदरा शोरूम वाली गली में अमेजन का गोदाम है। सामान डिलीवरी करने के बाद कोरियर ब्वॉय वहां आकर कैश जमा कराते हैं। यह कैश बैंकों में जमा करवाने के लिये चेत सिंह नगर में स्थित रेडिएंट एजेंसी से टाइअप किया है। इसके वर्कर रोजाना शाम को गोदाम से कैश ले जाकर एजेंसी के दफ्तर में रखते हैं और अगली सुबह बैंक में जमा कराते हैं। मंगलवार रात करीब 8 बजे कर्णवीर और मनप्रीत बैग में कैश लेकर गोदाम से निकले। गोदाम से करीब 100 कदम दूर पहले से खड़े लुटेरे उन्हें गोली मार कैश लेकर फरार हो गए। मनप्रीत की माता परमजीत कौर ने बताया कि कर्णवीर के माता-पिता की मौत हो गई थी, उसके बाद से वह उनके पास ही रह रहा था। मनप्रीत चार साल से और कर्णवीर करीब दो साल से रेडिएंट कंपनी में जॉब कर रहे हैं।
गोदाम में थे 50 से ज्यादा लोग, फायरिंग होने पर पीछे हटे
कर्मवीर और मनप्रीत कैश वाला बैग लेकर बाइक पर निकले उन्होंने करीब सौ कदम आगे जाकर मेन रोड पर जाने के लिए मोड़ मुड़ना था। लेकिन वह जैसे ही मोड़ तक पहुंचे, वहां अंधेरे में छिपे हुए लुटेरों ने आगे आकर उन्हें रोक लिया और कैश वाला बैग मांगा। दोनों का कहना है कि उन्होंने बैग देने से मना किया तो लुटेरे हाथापाई करने लगे। वे शोर मचाते हुए लुटेरों से भिड़ गए। उस समय गोदाम में 50 से ज्यादा लोग थे। शोर सुन कर सब गोदाम से बाहर आए तो लुटेरों को दोनों से हाथापाई करते देख उनकी ओर भागे। इस पर लुटेरों ने गोलियां चला दी, जिससे डर कर सब रुक गए। लुटेरे कैश वाला बैग लेकर फरार हो गए तो गोदाम के मैनेजर ने तुरंत पुलिस और रेडिएंट कंपनी को सूचना देकर दोनों को एंबुलेंस से अस्पताल पहुंचाया।
इलाके की थी जानकारी, राजगुरु नगर की ओर भागे, उधर था अंधेरा
पुलिस को आशंका है कि किसी जानकार ने वारदात को अंजाम दिया है। लुटेरों ने पूरे इलाके की रेकी की हुई थी। एमेजॉन का गोदाम बंद गली में है, उसके आसपास इलाका सुनसान है। वहां स्ट्रीट लाइटें तक नहीं हैं। जिस जगह लुटेरों ने वारदात की वह रास्ता चौराहे की तरह है। एक रास्ता बंद गली में एमेजॉन गोदाम में, दूसरा फिरोजपुर मेन रोड, तीसरा रेडिसन की बैक साइड और चौथा राजगुरु नगर की ओर जाता है। लुटेरों को पता था कि मेन रोड पर कई होटल और अन्य जगह पर कैमरे लगे हैं। इस कारण वारदात करने के बाद वे राजगुरु नगर की ओर भाग निकले, उस ओर घना अंधेरा था और कैमरे भी नहीं थे।
5 लाख हो कैश तो लें सिक्योरिटी
डीसीपी अश्विनी कपूर ने कहा कि कारोबारी अपने वर्करों की वेरिफिकेशन जरूर कराएं। जिसने भी 5 लाख से ज्यादा कैश लेकर जाना है वह पुलिस को इसके बारे में सूचना दे। पुलिस सिक्योरिटी के लिए मुलाजिम भेजेगी। फेस्टिवल सीजन में कारोबारियों को इस ओर ध्यान देना चाहिए।
आरोपियों की तलाश में बनाईं टीमें
नामालूम आरोपियों पर मामला दर्ज कर लिया है, आरोपियों की तलाश के लिये कई टीमें लगा दी गई है। कुछ सुराग मिले हैं जल्द ही आरोपी काबू कर मामले का खुलासा किया जाएगा। -सुखचैन सिंह गिल, सीपी
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