कृषि विरोधी काले कानूनों के खिलाफ किसानों के समर्थन में कांग्रेस पार्टी के आगामी कार्यक्रमों को लेकर शुक्रवार को दिल्ली स्थित 15 गुरुद्वारा रकाबगंज मार्ग पर हरियाणा कांग्रेस की एक बैठक का आयोजन किया गया। बैठक हरियाणा कांग्रेस प्रभारी श्री विवेक बंसल ने ली। बैठक में हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष कुमारी सैलजा, पूर्व मुख्यमंत्री व नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा, विधायक व पूर्व नेता हरियाणा कांग्रेस विधायक दल किरण चौधरी, विधायक व कांग्रेस कार्यसमिति के विशेष आमंत्रित सदस्य कुलदीप बिश्नोई, पूर्व मंत्री कैप्टन अजय यादव समेत कांग्रेस के तमाम विधायक, पूर्व सांसद, पूर्व मंत्री, पूर्व विधायक व अन्य कांग्रेस नेता मौजूद रहे।
बैठक के उपरांत हरियाणा कांग्रेस प्रभारी विवेक बंसल ने कहा कि कृषि विरोधी काले कानूनों के खिलाफ कांग्रेस पार्टी द्वारा पूरे हरियाणा प्रदेश में कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इन कार्यक्रमों को लेकर आज बैठक में विस्तार से चर्चा की गई।
विवेक बंसल ने कहा कि हमारे अन्नदाता पिछले दो महीने से ज्यादा के समय से दिल्ली की सीमाओं पर आंदोलन कर रहे हैं। लेकिन यह सरकार अपनी जिद पर अड़ी हुई है। सरकार द्वारा सड़कों पर कीलें गाड़ दी गई हैं। अपने ही देश के किसानों के साथ भाजपा सरकार ऐसा व्यवहार कर रही है। सरकार अन्नदाता की सुने, मजदूर की सुने। भाजपा सरकार अपनी जिद छोड़ कर तीनों कृषि विरोधी काले कानून तुरंत प्रभाव से वापस ले।
वहीं हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष कुमारी सैलजा ने जानकारी देते हुए बताया कि आज की बैठक में कृषि विरोधी काले कानूनों के खिलाफ किसानों के समर्थन में कांग्रेस पार्टी द्वारा चलाए जाने वाले कार्यक्रमों को लेकर विस्तारपूर्वक चर्चा की गई। बैठक में एक प्रस्ताव भी पास किया गया, जिसमें किसान आंदोलन में अपना बलिदान देने वाले किसानों के प्रति संवेदना जताई गई और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
कुमारी सैलजा ने कहा कि 72 दिन से किसान शांतिपूर्ण तरीके से सड़कों पर बैठे हैं। 180 से ज्यादा किसान इस आंदोलन में अपने प्राणों की आहुति दे चुके हैं। बैठक में इस बात की कड़ी निंदा की गई कि इतना सब कुछ होने के बावजूद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने इसके बारे में संवेदना तक नहीं जताई है।
कुमारी सैलजा ने बताया कि कृषि विरोधी काले कानूनों के खिलाफ किसानों के समर्थन में कांग्रेस पार्टी द्वारा हरियाणा प्रदेश मे ब्लॉक स्तर पर सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे। इसके साथ ही जिला स्तर पर पद यात्राएं भी निकाली जाएंगी। 7 फरवरी से 15 फरवरी तक ब्लॉक स्तर पर कांग्रेस पार्टी द्वारा किसान सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे। इन सम्मेलनों में किसान आंदोलन में बलिदान देने वाले किसानों को श्रद्धांजलि दी जाएगी और कार्यकर्ताओं को यह जानकारी भी दी जाएगी कि यह काले कानून किस प्रकार से खेती और किसानों को नुकसान पहुंचाएंगे। इसके बाद कार्यकर्ता गांव-गांव जाकर इन काले कानूनों की असलियत से ग्रामीणों को वाकिफ कराएंगे। इसके साथ ही कांग्रेस पार्टी द्वारा इन कृषि विरोधी काले कानूनों के खिलाफ 15 फरवरी से जिला स्तर पर पद यात्राएं भी निकाली जाएंगी।
कुमारी सैलजा ने बताया कि बैठक में वक्ताओं ने अपने सुझाव दिए कि किस प्रकार से इन कार्यक्रमों को चलाया जाए और इन कार्यक्रमों के जरिए किस प्रकार से किसानों के समर्थन को मजबूती प्रदान की जाए। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि 6 फरवरी को किसानों के चक्का जाम को कांग्रेस पार्टी का समर्थन रहेगा।
वहीं इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री व नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि नए कृषि कानून किसानों की बजाय कॉरपोरेट घरानों को लाभ पहुंचाने के लिए बनाए गए हैं। इन कानूनों से किसानों को नुकसान होगा, इसीलिए किसान इसका विरोध कर रहे हैं। सरकार को हठधर्मिता छोड़कर किसानों की मांगों को लटकाने की बजाय जल्दी मानना चाहिए और फौरन तीनों कृषि कानून रद्द कर एमएसपी की गांरटी का कानून बनाना चहिए।
वहीं विधायक व कांग्रेस कार्यसमिति के विशेष आमंत्रित सदस्य कुलदीप बिश्रोई ने कहा कि किसानों की भावनाओं के खिलाफ तीन कृषि कानून लागू करने का कोई मतलब नहीं है। सरकार किसानों को निरंतर प्रताड़ित कर रही है, लेकिन अन्नदाता झुकने वाला नहीं है। सरकार तुरंत प्रभाव से किसानों की मांगे माने।
वहीं विधायक व पूर्व नेता हरियाणा कांग्रेस विधायक दल किरण चौधरी ने कहा कि सरकार को किसानों की बात माननी होगी। सरकार किसानों को आपस में बांटना चाहती है, लेकिन किसान भी सरकार की जालसाजी को समझ चुके हैं और अब वे उनके बहकावे आने वाले नहीं हैं।
पूर्व मंत्री कैप्टन अजय यादव ने इस अवसर पर कहा कि भाजपा सरकार अहंकार में पूरी तरह से चूर है। सरकार को किसानों का दुख दर्द बिल्कुल भी नजर नहीं आ रहा है। कांग्रेस पार्टी पूरी मजबूती से किसानों के साथ खड़ी है।